The post 2023 में सफल यूट्यूबर कैसे बने – How to become youtuber appeared first on Hindibichar.
]]>यूट्यूबर बनने के लिए आपको निम्नलिखित स्टेप्स का पालन करना आवश्यक है:
यूट्यूब पर सफल होने में समय की अधिकता निर्भर करती है क्योंकि यह कई अंशों पर निर्भर करता है, जैसे कि आपके वीडियो के प्रकार, निर्माण प्रक्रिया, लक्ष्य, परिश्रम, और आपके टारगेट दर्शक के साथ बनाए गए संबंधों की मात्रा।
कुछ लोगों को तुरंत सफलता प्राप्त हो सकती है, जबकि दूसरों को सालों तक इसमें मेहनत करनी पड़ सकती है। यहां कुछ प्रमुख मानदंड हैं जो यूट्यूब पर सफलता प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं:
यूट्यूबर बनने के कई फायदे हो सकते हैं। यह एक पूरे व्यावसायिक पैमाने पर नहीं है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह एक अच्छा माध्यम हो सकता है जो अपनी पेशेवर जुनून, हुनर, ज्ञान या मनोरंजन को साझा करना चाहते हैं। निम्नलिखित कुछ फायदे हो सकते हैं:
आपके लिए: –
ये था यूट्यूबर कैसे बने पर एक छोटा आर्टिकल। अगर आपका कोई भी दोस्त यूट्यूबर बनना चाहता है तो ये लेख उनके साथ जरूर शेयर करें। अगर आप यूट्यूब में करियर बनाने के कुछ अच्छे टिप्स जानते हैं तो हमारे साथ जरूर शेयर करें।
The post 2023 में सफल यूट्यूबर कैसे बने – How to become youtuber appeared first on Hindibichar.
]]>The post 2023 में डिजिटल मार्केटिंग में करियर कैसे बनाये appeared first on Hindibichar.
]]>डिजिटल मार्केटिंग आजकल एक बहुत ही प्रसिद्ध करियर विकल्प है, जिसमें आपको इंटरनेट और डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके विभिन्न मार्केटिंग और प्रमोशन की प्रक्रिया में मदद करनी होती है। यहाँ कुछ कदम हैं जो आपको डिजिटल मार्केटिंग में करियर बनाने में मदद कर सकते हैं:
यदि आप इन स्तरों का पालन करते हैं, तो आप डिजिटल मार्केटिंग क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। धैर्य, मेहनत, और सीखने की उत्सुकता सफलता प्राप्त करने में महत्वपूर्ण होती हैं।
डिजिटल मार्केटिंग विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन मार्केटिंग की एक विशेष श्रेणी है, जिसमें इंटरनेट और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करके विभिन्न तरीकों से उपयोगकर्ताओं तक पहुंचा जाता है। यहां डिजिटल मार्केटिंग के चार प्रमुख प्रकार हैं:
ये चार प्रमुख डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार हैं, लेकिन इसके अलावा भी अन्य प्रकार के डिजिटल मार्केटिंग तकनीकें भी हो सकती हैं जैसे कि आफ़िलिएट मार्केटिंग, वीडियो मार्केटिंग, इन्फ्लूएंसर मार्केटिंग आदि।
भारत में डिजिटल मार्केटिंग के पदों की सैलरी विभिन्न कारणों पर निर्भर करती है, जैसे कि कंपनी का आकार, स्थान, अनुभव, पद का प्रकार, और व्यक्तिगत कौशल।
डिजिटल मार्केटिंग में कुछ प्रमुख पद निम्नलिखित हो सकते हैं और उनकी औसत सैलरी कुछ लाख रुपये प्रति वर्ष से शुरू होकर कुछ करोड़ रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है:
कृपया ध्यान दें कि ये संख्याएँ आमतौर पर हैं और अधिकांश उपयोगकर्ताओं के अनुभव के आधार पर अलग हो सकती हैं। इसके अलावा, बाजार की परिस्थितियों और आर्थिक प्रगति के साथ साथ स्थानिक अनुभव भी सैलरी पर प्रभाव डाल सकते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग ऑनलाइन माध्यमों के साथ विभिन्न डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स का उपयोग करके आपके व्यवसाय की पहुंच बढ़ाने और उसे विभिन्न ऑनलाइन जनसंवादन स्तरों पर बनाने का मतलब होता है। यह कई तरह के फायदे प्रदान कर सकता है:
यह सिर्फ कुछ फायदे हैं जो डिजिटल मार्केटिंग प्रदान कर सकता है। इसका उपयोग करके आप अपने व्यवसाय को ऑनलाइन दुनिया में उच्चतम स्तर तक पहुंचा सकते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग करने के कुछ फायदे होने के साथ साथ कुछ नुकसान भी है:
इन नुकसानों से बचने के लिए, आपको उचित डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियों का पालन करना आवश्यक है और ध्यान देने वाले कुछ महत्वपूर्ण मामूले शामिल हैं: गुणवत्ता पर ध्यान देना, संवादना और उत्तरदायित्व, ग्राहक की सुनने और समझने की क्षमता, और नवाचार का सही समय पर इस्तेमाल करना।
आपके लिए: –
ये था 2023 में डिजिटल मार्केटिंग में करियर कैसे बनाये पर लेख। उम्मीद है ये लेख पढ़कर आपको आईडिया मिल गया होगा की डिजिटल मार्केटिंग में सारी कैसे बनाये जाते हैं। आप इस लेख को अपने उन दोस्तों के साथ साझा कर सकते हैं जो डिजिटल मार्केटिंग में रुचि रखते हैं।
The post 2023 में डिजिटल मार्केटिंग में करियर कैसे बनाये appeared first on Hindibichar.
]]>The post 2024 में पढ़ाई कैसे करें – How to Study In Hindi appeared first on Hindibichar.
]]>आजकल ऑनलाइन क्लास बहुत चल रही है। और बच्चे लैपटॉप और मोबाइल में क्लास करते हैं। लेकिन ज्यादातर बच्चे मोबाइल में क्लास करते हैं। मोबाइल से पढ़ने वाले छात्रों के लिए नीचे कुछ टिप्स दिए गए हैं:-
आपके लिए:-
उम्मीद है यह लेख पढ़ने के बाद आप जान गए होंगे सही तरीके सही पढ़ाई कैसे करें। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने साथी छात्रों के साथ जरूर शेयर करें। ऊपर दिए गए टिप्स में से कौन सा टिप्स आपके लिए ज्यादा फायदेमंद है, कमेंट में जरूर बताएं।
The post 2024 में पढ़ाई कैसे करें – How to Study In Hindi appeared first on Hindibichar.
]]>The post 2024 में लॉ की पढ़ाई कैसे करे appeared first on Hindibichar.
]]>लॉ की पढ़ाई आप विभिन्न स्तरों पर कर सकते हैं, जैसे लो स्नातक (LLB), स्नातकत्तर (LLM), और फिर अधिकारी पद के लिए।
लॉ का पढ़ाई करने में खर्च का मामला कई प्रकार के पाठ्यक्रम पर निर्भर करेगा, जिनमें स्नातक और स्नातकोत्तर (LLB और LLM) पाठ्यक्रम शामिल हैं, और देश और विश्वविद्यालय के अनुसार भी अलग-अलग हो सकता है।
आम तौर पर, प्राइवेट और सरकारी कानूनी कॉलेजों में एलएलबी (बैचलर ऑफ लॉ) पाठ्यक्रम की विभिन्न श्रेणियों में विद्यार्थियों को प्रवेश लेने के लिए एक प्रवेश परीक्षा होती है। प्रवेश परीक्षा शुल्क, कैंपस फीस, किताबें, जीवन यापन और अन्य सामग्री आपके खर्चों के अंदर आते हैं।
यहां एक उदाहरण दिया जा रहा है ताकि आपको एक व्यापक धारणा मिल सके। इसे केवल उदाहरण के रूप में लें, यह वास्तविक आंकड़े से अलग हो सकता है:
आपके लिए:-
ये था लॉ की पढ़ाई कैसे करे पर हमारा लेख। उम्मीद है ये लेख से आप लॉ की पढ़ाई के बारे में जान गए होंगे। लॉ को लेकर अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमसे पूछ सकते हैं। और किस शिक्षा के बारे में आप आर्टिकल चाहते है आप हमें कमेंट में बता सकते हैं।
कानून.
The post 2024 में लॉ की पढ़ाई कैसे करे appeared first on Hindibichar.
]]>The post एक्टर कैसे बने – How to become an actor in Hindi appeared first on Hindibichar.
]]>आज आप इस लेख में जानेंगे की एक्टर बनने के लिए आपको सही में क्या क्या करना पड़ेगा।
एक बात हमेशा याद रखें,अपने अभिनय के शुरुआत दिनों में ज्यादा एक्सपेरिमेंट न करें।
याद रखें की अभिनय इंडस्ट्री बहुत प्रतिकूल होने के साथ साथ समर्थनात्मक भी होती है। प्रशिक्षण, निर्माणिक प्रयोग, और व्यापक नेटवर्क बनाने के साथ-साथ प्रतिभा, मेहनत, समर्पण की आवश्यकता होती है।
हमेशा याद रखे की अभिनय एक प्रतिकूल और समय मांगने वाला क्षेत्र है। अपने अभिनय को इम्प्रूव करने के लिए प्रतिभा, मेहनत और नियमित अभ्यास आवश्यक है।
बच्चे से ज्यादा, बच्चे के माता पिता को ये समझना चाहिए की एक्टिंग में सफलता पाने के लिए निरंतर मेहनत और धैर्य आवश्यक है।
तो ये था एक्टर कैसे बने पर टिप्स। उम्मीद है ये लेख पढ़ने बाद आप एक्टिंग क्षेत्र की ओर एक कदम जरूर लेंगे। अगर हमारा ये लेख “Actor कैसे बने” आपको पसंद आया है तो, अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें।
एक्टर बनने के लिए किसी निश्चित पढाई की आवश्यकता नहीं होती है। पढाई के बजाये, आपको अपने शौक और कला को विकसित करना चाहिए। कुछ लोग एक्टिंग के लिए फॉर्मल ट्रेनिंग जैसे ड्रामा स्कूल या एक्टिंग क्लास ज्वाइन करते हैं, जो उन्हें एक्टिंग के मूल सिद्धांतो और अभ्यास में मदद कर सकते हैं। प्रमुखतः,आपको प्रदर्शन का अनुभव, रंगमंच या अभिनय में रूचि और प्रतिभा की ज़रुरत होती है।
The post एक्टर कैसे बने – How to become an actor in Hindi appeared first on Hindibichar.
]]>The post सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने – How to become a software engineer in Hindi appeared first on Hindibichar.
]]>Doctor और engineering में से आज आप engineering के एक branch के बारे में ज्ञान प्राप्त करेंगे. वैसे तो अलग अलग प्रकार के इंजीनियर होते हैं. लेकिन आज आप केवल सॉफ्टवेयर इंजीनियर के बारे में जानेंगे. एक बात जो आपको जानना जरूरी है कि software engineer को software developer भी कहा जाता है. तो चलिए हमारे मुख्य लेख की ओर बढ़ते हैं, जो है सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने (How to become a software engineer in Hindi).
आज आप इस लेख में क्या क्या जानने को पाएंगे :-
आपको 12th में PCM (Physics, Chemistry, Mathematics) + English के साथ पास होना जरूरी है.
12th में आपके percentage कम से कम 60% होने जरूरी है.
अगर आप 12 वीं में आर्ट्स और कॉमर्स लेते हैं, तब भी आप सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग BCA (Bachelor of computer applications) के माध्यम से कर सकते हो.
Software engineering पढ़ने के लिए सही college का चयन करना जरूरी है. में आपको 6 बेहतरीन software engineering college के नाम बताऊंगा. एक बात याद रखें, आपका कॉलेज आपके जॉब प्लेसमेंट क्षेत्र में बहुत मदद करता है.
और भी बहुत सारे colleges हैं जहाँ पर आप software engineering पढ़ सकते हैं.
यहां मैं आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के डिप्लोमा, बैचलर और मास्टर डिग्री कोर्स के बारे में बताऊंगा.
डिप्लोमा – Diploma
कोर्स (Course) | अवधि (Duration) | योग्यता (Qualification) |
Diploma in Computer science engineering | 3 साल | यह कोर्स आप 10 वीं पास करने के बाद कर सकते हैं. |
Diploma in Information technology | 3 साल | 10 वीं पास करने के बाद आप यह कोर्स कर सकते हैं. |
बैचलर डिग्री – Bachelor degree
कोर्स (Course) | अवधि (Duration) |
आप B.Tech (Bachelor of technology) computer science and engineering, Information technology में कर सकते हैं. | 4 साल |
BCA (Bachelor of computer applications) | 3 साल |
B.Sc (Bachelor of science) computer science में | 3 साल |
मास्टर डिग्री –
कोर्स (Course) | अवधि (Duration) |
M.tech (Master of technology) | 2 साल |
ME (Master in Engineering) | 2 साल |
M.Sc (Master of science) | 2 साल |
MCA (Master of Computer applications) | 2 साल |
Software engineer की जरूरत दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है. न केवल हमारे देश में बल्कि पूरी दुनिया में सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की बहुत जरूरत है. आपको इस बात की जिज्ञासा होती होगी कि, ऐसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर क्या करते हैं जो उनकी ज़रूरत इतनी है.
एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का मुख्य काम होता है कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को develop और design करना.
ऐसे भिन्न-भिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर है जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर develop और design करता है. जैसे operating system, games, applications और network control system इत्यादि.
अगर सॉफ्टवेयर में कुछ समस्या आता है, तो उसे भी ठीक सॉफ्टवेयर इंजीनियर करता है.
कोई भी नौकरी करने से पहले ये एक ऐसा सवाल है जो हर किसी के दिमाग में आता है, चाहे वह नौकरी छोटा हो या बड़ा.
भारत में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का औसत वेतन हर साल 5 से 6 लाख है.
अगर बात करें विदेश की, तो वहां पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर की average salary 30000 से लेकर 40000 dollar तक होती है.
Note: – आपका वेतन आपकी company और skill पर निर्भर करता है. अगर आप ज्यादा सैलरी चाहते है, तो आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियर में expert बनना पड़ेगा.
आपके लिए:-
ये था सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने (How to become a software engineer in Hindi) पर आर्टिकल. आशा है कि यह लेख आपके लिए सहायक हुआ होगा. अगर आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के बारे में और कुछ ज्ञान है, तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं. और ये लेख को अपने उन दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं.. मिलते है अगले लेख में. धन्यवाद.
The post सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने – How to become a software engineer in Hindi appeared first on Hindibichar.
]]>The post B.Com क्या है और कैसे करे – What is B.Com in Hindi appeared first on Hindibichar.
]]>बी.कॉम क्या है, बी.कॉम में क्या पढ़ाया जाता है, एडमिशन का पूरा प्रक्रिया और भी बहुत सारे B.Com के संबंधित सवालों के बारे में आज आपको बताऊंगा.
बी.कॉम का मतलब होता bachelor of commerce. यह एक undergraduate कोर्स है. यह कोर्स तीन साल का होता. इन तीन सालों में आपको पुरे 6 सेमेस्टर देने होते हैं. यह जो कोर्स है यह कोर्स आपको लगभग सभी विश्वविद्यालयों और सभी कॉलेज में मिल जायेगा. जिन स्टूडेंट्स के पास 12th में कॉमर्स स्ट्रीम होता है उन स्टूडेंट्स का पहला विकल्प B.Com होता है.
यह कोर्स करने के लिए सबसे पहले आपको 12th पास होना चाहिए और वह भी साथ में कॉमर्स स्ट्रीम के साथ. अगर आप PCM के स्टूडेंट है, तो आप यह कोर्स कर सकते हैं. क्यों की इस कोर्स के लिए आपके पास mathematics विषय होना जरूरी है. यह कोर्स को करने के लिए आपके पास 12th में कम से कम 45 से 50 प्रतिशत होने जरूरी है.
अगर आपने सिर्फ 10th पास किया है. और 10th पास करने के बाद आपने दो या तीन साल का कोई भी डिप्लोमा कोर्स किये हैं, तो आप बी.कॉम कर सकते हो. यह कोर्स को आप correspondence से भी कर सकते हैं. यानी की आपके पास रोज कॉलेज जाने का समय है, तो आप यह कोर्स को रेगुलर ही कीजिये. अगर आप रोज कॉलेज नहीं जा सकते और आपको डिस्टेंस से यह कोर्स को करना है फिर भी आप बी.कॉम कर सकते हैं. लेकिन डिस्टेंस से यह कोर्स करने के लिए आपके पास 50 से 60 प्रतिशत होना जरूरी है.
बी.कॉम का एडमिशन का प्रक्रिया दो तरीके का होता है. एक है merit based और दूसरा है entrance exam. ज्यादातर कॉलेज में आपको इस कोर्स में merit based एडमिशन ही मिलेगा. यानी की 12th के मार्क्स के आधार पर ही एडमिशन मिलेगा. लेकिन कुछ ऐसे बड़े कॉलेज हैं जो एडमिशन entrance exam करवाते हैं.
हर प्राइवेट कॉलेज में बी.कॉम कोर्स की फीस अलग अलग होती है. लगभग प्राइवेट कॉलेज में जो आपका फीस जायेगा वह दस हजार से एक लाख तक का जा सकता है. यह फीस सिर्फ एक साल का होता है. गवर्नमेंट कॉलेज में आपका फीस पांच हजार से लेकर सात हजार तक जा सकता है.
यह कोर्स का सिलेबस छे सेमेस्टर विभाजित होता है. यह छे सेमेस्टर में आपको क्या क्या विषय पढ़ना होगा आइये जानते है :-
जो स्टूडेंट्स साइंस और आर्ट्स पढ़ना नहीं चाहते हैं, उन स्टूडेंट्स के लिए यह कोर्स काफी अच्छा है. यह कोर्स खत्म करने के बाद आप कई सारे जॉब्स के लिए अप्लाई कर सकते हो. आप उन सब competitive exams दे सकते हैं जिनमें ग्रेजुएशन eligibility मांगा जाता है. बी.कॉम खत्म करने के बाद आप डायरेक्ट जॉब्स भी कर सकते हैं. Marketing, Office assistant, Accountant आप इस प्रकार के प्राइवेट जॉब्स आप कर सकते हैं. अगर आप बी.कॉम करने के बाद पढ़ना चाहते हैं, तो आप M.Com, MBA, CA भी पढ़ सकते हैं. और यह सब पढ़ने के बाद आप उच्च स्तरीय नौकरी भी कर सकते हैं.
हर कोई जॉब करने से पहले सैलरी के बारे में जानना चाहता है. अगर आप उच्च स्तरीय नौकरी कर रहे हैं, तो आपका शुरुआती सैलरी हर साल लगभग दो लाख से पांच लाख तक होगा. और आपकी सैलरी कंपनी पर भी निर्भर करता है. नौकरी पाने से पहले आपके पास लगभग हर कंपनी के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी होनी चाहिए.
तो यह था हमारा लेख B.Com क्या है और कैसे करे. अगर आप बी.कॉम करने वाले हैं, तो मुझे पूरी उम्मीद है की यह लेख आपको पसंद आया होगा. में चाहता हूँ की यह लेख को आप जितना हो सके शेयर करें. ताकि जो भी बी.कॉम करने वाले हैं उन्हें सब कुछ बी.कॉम के बारे में पहले से ही पता हो. मिलते है अगले लेख में. धन्यवाद.
The post B.Com क्या है और कैसे करे – What is B.Com in Hindi appeared first on Hindibichar.
]]>The post 12th कॉमर्स के बाद क्या करे – What to do after 12th commerce appeared first on Hindibichar.
]]>ये जो सवाल है 12th कॉमर्स के बाद क्या करें?, इसमें स्टूडेंट्स दो तरह की confusion में पड़ जाते हैं. पहला confusion यह है जिसको 12th के बाद क्या करना होता है कुछ पता नहीं होता है. और दूसरे स्टूडेंट्स वह होते हैं जिनको सारे courses के बारे में पता होता है पर कौन सा कोर्स चुने जो उनके भविष्य के लिए सही रहेगा.
अगर आप भी इन दो confusion में से किसी एक confusion में फंसे हुए हो, तो आज यह लेख आपके लिए मददगार साबित होने वाला है. क्यों की आज इस लेख में आपको 12th कॉमर्स के बाद क्या क्या करना चाहिए बताने वाला हूँ.
12th कॉमर्स खत्म करने के बाद 90 प्रतिशत बच्चे B.Com की ओर रुख करते हैं. क्यों की 12th के बाद B.Com एक ऐसा कोर्स है जिसमें प्रवेश करने के लिए कोई entrance exam नहीं देना पड़ता है. लेकिन बहुत ही कम कॉलेज में b.com पढ़ने के लिए entrance exam देना पड़ता है. और ज्यादातर स्टूडेंट्स को 12th के बाद सिर्फ B.Com कोर्स के बारे में पता होता है. इसलिए वे बिना कुछ सोचे समझे b.com ही चुन लेते हैं.
B.Com एक undergraduate डिग्री है. जो कि 3 साल के लिए होता है. और यह डिग्री खत्म करने के बाद आप graduate हो जाओगे. B.Com में 6 सेमेस्टर होते हैं. और आपको हर साल 2 सेमेस्टर देने होंगे.
जब आपका ग्रेजुएशन खत्म हो जाता है. उसके बाद आप अपने लिए नौकरी की तलाश शुरू करते हैं. पर आपको एक बात ध्यान में रखना चाहिए की, आजकल सिर्फ b.com का डिग्री करना काफी नहीं है. अगर आप junior level पे काम करना चाहते हैं, तो आपके लिए b.com सही रहेगा. अगर आप उच्च स्तर में नौकरी करना चाहते हैं, तो आपको b.com खत्म करने बाद और कोई professional कोर्स करना पड़ेगा.
12th कॉमर्स के बाद b.com की तरह bba भी एक लोकप्रिय कोर्स है. अगर आप 12th में 50 प्रतिशत के ऊपर मार्क रखते हैं, तो आप BBA पढ़ सकते हैं. और BBA भी 3 साल का कोर्स होता है. जिसमें आपको 6 सेमेस्टर देने होंगे. मतलब हर साल दो सेमेस्टर. कुछ कॉलेज और इंस्टीट्यूट में पढ़ने के लिए entrance देना पड़ता है, तो और कुछ कॉलेज और इंस्टीट्यूट में मार्क्स के आधार पर selection होता है.
ज्यादातर स्टूडेंट्स अच्छे jobs पाने के लिए BBA खत्म करने के बाद MBA करने का सोचते हैं. अगर आप MBA नहीं करना चाहते हैं, फिर भी आप BBA खत्म करके Marketing executive, Marketing manager, Sales executive, Human resource executive जैसे jobs कर सकते हैं.
ये कोर्स ज्यादातर science के स्टूडेंट्स करते हैं. अगर आप कॉमर्स स्टूडेंट होकर भी करना चाहते हैं, तो फिर भी कोई problem नहीं है.
BCA भी 3 साल का कोर्स होता है. जिसमें 6 सेमेस्टर होते हैं और हर साल दो सेमेस्टर देने होते हैं. अगर BCA खत्म करने के बाद और कुछ करना चाहते है, तो आप MCA (Master of computer applications) कर सकते हो.
जितने भी स्टूडेंट्स BCA करते हैं उनमें से 90 प्रतिशत स्टूडेंट्स IT कंपनी में job करना चाहते हैं. जिसमें सैलरी बहुत अच्छा रहता है. आप BCA के बाद government नौकरी के लिए भी apply कर सकते हैं.
12th कॉमर्स के बाद law कोर्स करने के लिए आपको entrance देना होगा. Law कोर्स करने के लिए आप सबसे लोकप्रिय CLAT (Common law admission test) exam दे सकते हो. यह CLAT देने के लिए आपका 12th में 50 प्रतिशत मार्क्स रहना जरूरी है.
Law कोर्स पूरे 5 साल का होता है. अगर आप 3 साल के लिए करना चाहते है, तो आपको पहले graduation खत्म करना होगा. यह का कोर्स खत्म करने के बाद internship करना होता है जिसमें आपको कोर्ट कचेरी के बारे में सब कुछ बताया जाता है. Internship पूरे करने के बाद आपको किसी भी state bar council में जाके अपने आपको enroll करना जरूरी होता है. इसके बाद आपको All India Bar Examination को clear करना होगा जिसमें आपको practice का certificate मिलेगा. इसी तरह आपका law कोर्स खत्म होता है.
Chartered accountant एक professional कोर्स है. और यह कोर्स ICAI के under आता है. कॉमर्स स्टूडेंट्स के लिए बाकी कोर्स के हिसाब से यह थोड़ा difficult कोर्स होता है. इसी वजह से बहुत कम स्टूडेंट्स ही CA का कोर्स करते हैं. अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं, तो आप एक दिन जरूर CA बन जाओगे. CA कोर्स आपका hard work और patience को टेस्ट करता है.
CA कोर्स करने के लिए आपको कोई entrance देने की जरूरत नहीं है. आपको CA बनने के लिए तीन परीक्षा देना पड़ेगा. पहला है Common proficiency test, दूसरा है Intermediate (Integrated professional competence) examination, तीसरा है final examination.
यह कोर्स 4 साल का होता है. CS कोर्स ICSI के द्वारा चलाया जाता है. आप अगर CS कोर्स खत्म कर देते हैं, तो आप ICSI के member बन जाओगे.
12th के बाद अगर आप CS पढ़ते हैं, तो आपको 3 स्टेज clear करना पड़ेगा. पहला है foundation, दूसरा है executive और तीसरा है professional. यह 3 स्टेज clear करने के बाद आपको 15 महीने की training करनी होगी. इसके बाद आप किसी कंपनी में काम कर सकते हो. याद रखें की CS का मुख्य काम है कंपनी को legal तरीके से आगे बढ़ाना है.
पहले CMA कोर्स को ICWAI के नाम से जाना जाता था. CMA कोर्स के 3 स्टेज होते हैं. पहला है CMA foundation, दूसरा है CMA intermediate, तीसरा है CMA Final. और यह कोर्स में practical training 3 साल की होती है.
ICAI (Institute of cost accountants of India) साल में दो बार exam conduct कराता है. ये 3 स्टेज clear करने के लिए आप तीन साल या ज्यादा भी ले सकते हैं. तीन स्टेज में आपको 20 पेपर clear करने होंगे.
आप CMA के लिए 10th के बाद registration कर सकते हैं. पर exam देने के लिए 12th पास होना जरूरी है.
CMA कोर्स और practical training खत्म करने के बाद आप cost accountant, internal auditor, finance manager, chief financial officer के jobs कर सकते हो.
12th कॉमर्स के बाद शायद बहुत ही कम स्टूडेंट्स hotel management करते हुए आपको दिखेंगे. पर में आपको बता दूँ कि ऊपर दिए गए सारे कोर्स से hotel management बहुत अलग और मजेदार कोर्स है. इसलिए स्टूडेंट्स को hotel management कोर्स की ओर ध्यान देना चाहिए.
Hotel management के अंदर 5 कोर्स होते हैं:- Certificate, Diploma, Bachelors, Masters और Doctorate.
Hotel management खत्म करने के बाद आपके पास बहुत सारे job के options होते हैं जैसे:-
आपके लिए :-
यह था हमारा लेख 12th कॉमर्स के बाद क्या करे (What to do after 12th commerce). उम्मीद है यह लेख आपके लिए सहायक हुआ होगा. अगर आपको यह लेख पसंद आया है, तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें. मिलते है अगले लेख में. धन्यवाद.
The post 12th कॉमर्स के बाद क्या करे – What to do after 12th commerce appeared first on Hindibichar.
]]>The post क्रिकेटर कैसे बने – How to become a cricketer appeared first on Hindibichar.
]]>ऐसे तो आप किसी भी उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर सकते हैं. अगर आपको professional level पे क्रिकेट खेलना है तो उसके लिए कुछ निश्चित आयु सीमाएं हैं. यदि आप under-16 खेलना चाहते है, तो आपका उम्र 14 से 16 के बीच होनी चाहिए. लेकिन इससे पहले, 12 साल के बच्चे under-16 खेल सकते थे. और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए कम से कम उम्र 15 साल होना चाहिए. और यह रूल ICC (International cricket council) के द्वारा बनाया गया है.
यह एक महत्वपूर्ण point है. क्रिकेट में मुख्य रूप से बल्लेबाज, गेंदबाज, विकेटकीपर और ऑलराउंडर होते हैं.
बल्लेबाज:- जो बल्लेबाजी करता है और टीम के लिए रन बनाता है.
गेंदबाज:- जो गेंदबाजी करता है और विकेट्स लेता है.
विकेटकीपर:- जो विकेट्स के पीछे खड़े होता है.
ऑलराउंडर:- जो गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों करता है.
इन भूमिकाओं में से, आपको उस पर काम करना चाहिए जिसमें आप अच्छे हैं.
जैसे हम सभी पढ़ाई में अच्छा करने के लिए कोचिंग सेंटर ज्वाइन करते हैं. वैसे ही क्रिकेट में अच्छे खेलने के लिए क्रिकेट अकादमी में शामिल होना पड़ता है. जहाँ आपको अच्छे कोच मिलते हैं जो आपको क्रिकेट में अच्छे करने के लिए मदद करते हैं.
सबसे महत्वपूर्ण काम एक अच्छा अकादमी join करना. किसी भी अकादमी में शामिल होने से पहले, उस अकादमी के history के बारे में जान लें. आपको बस यह ध्यान रखना है कि उस अकादमी के कितने खिलाड़ी जिले के लिए खेले हैं, कितने खिलाड़ी राज्य के लिए और कितने खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलें हैं. अकादमी में कोच और अन्य खिलाड़ियों के साथ हमेशा अच्छा संपर्क रखें.
भारत के कुछ अच्छे क्रिकेट अकादमी:-
फिट रहना शरीर के लिए जितना जरूरी है, उतना ही क्रिकेट के लिए जरूरी है.
क्रिकेट खेलने के लिए फिट रहना बहुत जरूरी है. इससे आपका performance का level बढ़ जाता है. यदि आप फिट नहीं रहते हैं, तो आप अच्छी तरह से दौड़ नहीं सकते और थोड़ी देर खेलने के बाद आपको थकान महसूस होगी. और यह सीधे आपके खेल को प्रभावित करता है. अगर आप फिट रहना चाहते हैं, तो आपको हर दिन व्यायाम करना होगा. व्यायाम में खास करके jogging और running का करना अनिवार्य है.
फिट रहने के लिए व्यायाम करना जितना महत्वपूर्ण है उतना ही सही भोजन करना. एक international level का खिलाड़ी को बहुत ही ज्यादा strict डाइट चार्ट को फॉलो करना पड़ता है. अगर आप भी डाइट चार्ट फॉलो करना चाहते हैं, तो आप मुफ्त में इंटरनेट के जरिए एक सही डाइट चार्ट पा सकते हैं.
फिटनेस को लेकर भारत में काफी ज्यादा competition है. और इस competition के result के लिए एक test रखी जाती है, जो की yo-yo test के नाम से जाना जाता है. यदि आप भारत के लिए खेलना चाहते हैं, तो आपको yo-yo test पास करना होगा.
सबसे पहला step अपनी district के लिए खेलना होता है. यदि आप अपने जिले के लिए नहीं खेलेंगे, तो न तो आप अपने राज्य के लिए खेल सकते हैं और न ही भारत के लिए.
अपने जिले के लिए खेलने के लिए आपको पहले एक अच्छी अकादमी ढूंढनी होगी, जिसमें अच्छे कोच हों. और आपको अपने जिले के सभी लीग मैच खेलने हैं और अच्छा प्रदर्शन करना है.
लीग मैच खेलने के बाद दूसरा point है आप के district में होने वाले trial camp. और जो जिला स्तर पर trial camp होते हैं, तो उसमें आपको अपने age group में देने होंगे. आप अपने ऊपर वाले age group में भी trial दे सकते हैं. लेकिन आपको एक बात याद रखने की जरूरत है. अगर आप अपने age group में trial दोगे, तो आपको competition कम मिलेगा और अपने ऊपर वाले age group में ज्यादा competition मिलेगा.
District team में खेलने के लिए आपको अपने district में होने वाला सभी tournaments में आपको अच्छा performance देना पड़ेगा. इससे एक अच्छी बात ये बनती है कि जिले में आपकी अच्छी एक पहचान बन जाती है, जो आपके चयन में आपकी मदद करता है.
आपने district level पार कर लिया है, तो आइए जानते हैं अब state के लिए कैसे खेलें.
आपके राज्य के जिलों के मैच बीच खेला जाएगा. जिसमें आपको बहुत अच्छा perform करना पड़ेगा.
यदि आप एक बल्लेबाज हैं, तो 5 मैचों में एक या दो शतक बनाने की कोशिश करें, या कम से कम 3 फिफ्टी. अगर आप गेंदबाज हैं, तो कोशिश करना की 5 मैचों में से 1 मैच में 5 wickets लें, और बाकि बचे मैचों में 3 या 2 wickets लें. ऐसा कोई rule नहीं है कि century बनाना है या 5 wickets लेना है. इससे आप चयनकर्ताओं की नजरों में आ सकते हैं, जिससे आपके चयन होने की संभावना बढ़ जाती है.
जिलों की सभी टीमों के बीच मैच खेलने के बाद 30-35 खिलाड़ियों का camp लगता है जिसमें सिर्फ 15 खिलाडी state के लिए select होते हैं.
Indian premier league (IPL) खेलना सभी राज्य के खिलाड़ियों का सपना होता है. अगर आप IPL में अच्छा करते है, तो आपका India team के लिए खेलने का chance पूरी तरह से बढ़ जाता है.
IPL खेलने के लिए आपको सभी राज्य के बीच होने वाले tournaments में अच्छा करना होगा. खास करके regional T20 tournaments में. ऐसे बहुत सारे players है जो बहुत कम state में match खेल कर भी IPL खेल रहे हैं.
आईपीएल के auction में, सभी franchise ताबड़तोड़ बल्लेबाज की खोज करते हैं. और ऐसा गेंदबाज की तलाश होता है जो wicket taker हो. अगर वह 8-7 run rate पे run देगा भी तो चलेगा. और जिसके bowling में variation होता है जैसे की slower one, yorker, slower bouncer आदि.
IPL के अलावा भारत में होने वाले कुछ प्रसिद्ध T20 tournaments:-
सभी खिलाड़ियों का मुख्य लक्ष्य होता है अपने देश के लिए खेलना.
India के लिए खेलने के लिए state level tournaments के साथ साथ IPL में अच्छा performance देना पड़ता है. रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी, देवधर ट्रॉफी आदि राज्य स्तरीय tournaments में लगातार अच्छे performance देना होगा.
यदि आप राज्य स्तर पर अच्छा करते हैं, तो आपको India U -19 या फिर India-A टीम के लिए चुना जाएगा. India U-19 और India-A में आपके performance को देख कर ही आपको India national cricket team में select किया जायेगा.
आपको क्रिकेट में अपने सपने को हासिल करने के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के साथ अपने ऊपर विश्वास रखना होगा.
तो यह था हमारा लेख क्रिकेटर कैसे बने(How to become a cricketer). उम्मीद है ये लेख आपके लिए सहायक हुआ होगा. अगर आपका कोई दोस्त क्रिकेटर बनना चाहता है, तो इस आर्टिकल को उसके साथ ज़रूर शेयर करें. मिलते है अगले लेख में. धन्यवाद.
आपके लिए:-
The post क्रिकेटर कैसे बने – How to become a cricketer appeared first on Hindibichar.
]]>The post BDO कैसे बने – How to become a BDO appeared first on Hindibichar.
]]>BDO का पूरा नाम Block development officer (खंड विकास अधिकारी) होता है. राज्य सरकार की किसी भी परियोजना को लोगों तक पहुंचना और लोगों को उन परियोजना के लाभ के बारे में बताना और जागरूक करना होता है. वैसे सरकार किसी भी विकास की परियोजना को जब हमारे देश में लागु करती है, तब इन ऑफिसर का काम होता है की इन परियोजना को अपने क्षेत्र में अच्छे से लागु करें. जैसे उस क्षेत्र की अंतर्गत सड़क बनवाना हो या कोई परियोजना शुरू करना हो, तो आपको BDO से अनुमति लेनी पड़ेगी.
इस सरकारी नौकरी ओर बढ़ने के लिए पहला कदम ये होता है की आपको किसी भी recognized university से graduation पास होना चाहिए. क्यूंकि graduation आधार पर ही आप इस फॉर्म को apply कर सकते है. ध्यान रखिये यहाँ diploma वाले students बिलकुल भी फॉर्म नहीं भर सकते. अगर आप graduation पास हैं या last semester या last year के student हैं, तो आप फॉर्म अप्लाई कर सकते हैं. ग्रेजुएशन में आपका सिर्फ पास मार्क्स होना चाहिए. अगर आपने किसी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन किया है, तो आप फॉर्म अप्लाई कर सकते हैं. जैसे BA, B.Sc, B.com, BBA, BCA, Engineering, Medical, Hotel management etc.
यहाँ ध्यान रखें किसी भी state pcs का फॉर्म भरने के लिए आपको वहां का अस्थायी निवासी होना जरूरी नहीं है. मतलब आप किसी भी राज्य से हो आप फॉर्म भर सकते हैं.
General वर्ग के लिए 21 से लेकर 40 साल तक.
OBC वर्ग के लिए 21 से लेकर 45 साल तक.
Sc/St वर्ग के लिए 21 से लेकर 45 साल तक.
PWD वर्ग के लिए 21 से लेकर 55 साल तक.
इस परीक्षा के तीन स्टेज होते हैं.
किसी भी परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए उसका पाठ्यक्रम का ज्ञान होना जरूरी है. इसलिए सभी स्टूडेंट्स को पाठ्यक्रम पता होना चाहिए.
Prelims के syllabus: – इसमें multichoice प्रश्न होते हैं. और इसमें दो पेपर होते हैं. एक है general studies (1) और दूसरा है general studies (2).
General studies (1) में 200 मार्क्स के 150 प्रश्न होते हैं. General studies (2) में 200 मार्क्स के 100 प्रश्न होते हैं. दोनों का परीक्षा समय 2-2 घंटे का होता है.
पेपर 1 में करेंट अफेयर्स से सवाल पूछे जाते हैं साथ ही Indian History, Indian & World Geography, Economics, Indian Polity and Governance, General Science, Economic and Social Development से सवाल पूछे जाते हैं.
पेपर 2 सिर्फ qualifying पेपर हैं. इसका नंबर आपके मेरिट बनते से समय नहीं गिना जाता है. लेकिन आपको कम से कम 33 प्रतिशत मार्क्स लाना अनिवार्य है. तभी आप Mains परीक्षा में बैठ सकते हैं. पेपर 2 में mathematics, reasoning, English और Hindi से सवाल रहते हैं. इसमें प्रश्न 10th level के ही होते हैं.
Prelims परीक्षा में गलत उत्तर देने पर minus marking होते हैं. इसमें गलत उत्तर देने पे 1/3 मार्क्स काट दिए जाते हैं.
Mains के syllabus: – Mains परीक्षा में जो मार्क्स आएगा, वही आपकी final selection में मेरिट बनाएगा. इसमें कुल 8 पेपर होते हैं. सभी पेपर के लिए 3-3 घंटे दिये जाते हैं.
जिन 8 पेपर के परीक्षा देने है, वह है
General Hindi से 50 नंबर के प्रश्न पूछे जाते हैं जिसमें शब्द ज्ञान एवं प्रयोग, उपसर्ग एवं प्रत्यय प्रयोग, तार लेखन, वर्तनी एवं वाक्य शुद्धि आदि.
Essay में तीन सेक्शन होते हैं. तीनों सेक्शन में आपको 3-3 टॉपिक दिये जाएंगे. आपको इन 3-3 टॉपिक में से एक-एक टॉपिक चुन कर 700 शब्दों में लिखना है. इसमें आपको 3 घंटे का समय दिये जाएंगे. General studies में टोटल 4 पेपर होते हैं. सभी 200-200 मार्क्स के हैं. General studies 1,2,3 में आपसे Indian history, Economics, World geography, Disaster, Current Affairs आदि. वहीं general studies 4 में Ethics से सवाल पूछे जाते हैं.
Optional paper में 29 विषय होते हैं. 29 विषय में से आपको सिर्फ एक के ही पेपर देने हैं.
जो 29 विषय हैं वो इस प्रकार हैं. Agriculture, Botany, Mechanical Engineering, Zoology, Law, Electrical Engineering, Chemistry, Animal Husbandry, English Literature, Physics & Veterinary Science, Urdu Literature, Mathematics, Statistics, Hindi Literature, Geography, Management, Sanskrit Literature, Economics, Political Science, Commerce, Sociology, International Relations, Accountancy, Philosophy, History, Public Administration, Geology, Anthropology, Medical Science, Psychology, Civil Engineering.
Interview: – जब आप prelims और Mains परीक्षा को qualify कर लेते हैं फिर आपको Interview देना पड़ता है. Interview 200 मार्क्स के होते हैं. इसमें कई तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं. जैसे आप जिस जिले हैं वहां के बारे में कुछ भी पूछा जा सकता है.
सभी राज्य में फॉर्म भरने की तारीख अलग-अलग होती है. इसके लिए आपको official website पर जाकर देखना होगा.
एक BDO की सैलरी हर राज्य में अलग हो सकती है. फिर भी अगर average की बात की जाये, तो BDO का entry level का मासिक वेतन सातवें वेतन के आधार पर 9300 से लेकर 34800 तक सैलरी मिलती है. और साथ ही grade pay की तौर पर 4800 हर महीने मिलते है.
ये था हमारे लेख BDO कैसे बने (How to become a BDO). आशा है की आपको पसंद आया होगा. अगर पसंद आया है, तो अपने दोस्तों के साथ share करना न भूलें. और हां सबसे जरूरी अगर आपको और कोई सरकारी नौकरी के बारे में जानकारी चाहिए, तो हमें comment करके जरूर बताएं. मिलते है अगले लेख में. धन्यवाद.
आपके लिए :-
The post BDO कैसे बने – How to become a BDO appeared first on Hindibichar.
]]>