2023 में डिजिटल मार्केटिंग में करियर कैसे बनाये

डिजिटल मार्केटिंग में करियर कैसे बनाये: इस इंटरनेट की दुनिया में डिजिटल मार्केटिंग में करियर बनाना एक सही निर्णय है। और अभी हर जगह इंटरनेट होने के कारण डिजिटल मार्केटिंग में करियर बनाने का सुनहरा मौका भी है। डिजिटल मार्केटिंग एक ऐसा करियर विकल्प जिसमें में छात्रों की रुचि दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इस रुचि को देखते हुए आज मैंने ये आर्टिकल आपके लिए लेकर आया हूँ। इस आर्टिकल में डिजिटल मार्केटिंग करने के क्या फायदे और नुकसान हैं, अगर आप डिजिटल मार्केटिंग को करियर के रूप में ले रहे हैं तो आपको कितनी सैलरी मिल सकती है और भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।

डिजिटल मार्केटिंग में करियर कैसे बनाये

डिजिटल मार्केटिंग आजकल एक बहुत ही प्रसिद्ध करियर विकल्प है, जिसमें आपको इंटरनेट और डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके विभिन्न मार्केटिंग और प्रमोशन की प्रक्रिया में मदद करनी होती है। यहाँ कुछ कदम हैं जो आपको डिजिटल मार्केटिंग में करियर बनाने में मदद कर सकते हैं:

  1. शिक्षा और सीखना: डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में नौकरी प्राप्त करने के लिए आपको इसके बारे में गहरी जानकारी प्राप्त करनी होगी। आप विभिन्न ऑनलाइन स्रोतों, किताबों, वीडियो कोर्सों, और सर्टिफिकेशनों का उपयोग करके डिजिटल मार्केटिंग के बारे में सीख सकते हैं।
  2. विशेषज्ञता चुनना: डिजिटल मार्केटिंग एक व्यापक क्षेत्र है और इसमें अनेक सारे क्षेत्र हैं जैसे कि सामाजिक मीडिया मार्केटिंग, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO), पेड पर क्लिक (PPC) विज्ञापन, ईमेल मार्केटिंग, आदि। आपको विशेष क्षेत्र चुनने में मदद करने वाली विशेषज्ञता चुनने की आवश्यकता होगी।
  3. प्रैक्टिकल अनुभव: सीखने के साथ-साथ, आपको अधिक से अधिक व्यावसायिक अनुभव प्राप्त करना चाहिए। यह आपकी समझ को मजबूती से बढ़ाएगा और आपको वास्तविक समस्याओं का समाधान निकालने में मदद करेगा।
  4. सर्टिफिकेशन प्राप्त करना: डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में प्रमाणिक सर्टिफिकेशन प्राप्त करना आपके करियर को आगे बढ़ा सकता है। Google Ads, Google Analytics, HubSpot, Facebook Blueprint आदि कुछ प्रसिद्ध प्लेटफ़ॉर्म हैं जो सर्टिफिकेशन प्रदान करते हैं।
  5. पोर्टफोलियो तैयार करना: अपने काम का एक पोर्टफोलियो तैयार करना महत्वपूर्ण है। आप अपने सफल प्रोजेक्ट्स के उदाहरण और उनके परिणामों को दिखा सकते हैं।
  6. नेटवर्किंग: डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में नेटवर्किंग करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। विभिन्न डिजिटल मार्केटिंग इवेंट्स, सेमिनार्स, और वेबिनार्स में भाग लेने से आपके नेटवर्क और ज्ञान में वृद्धि होगी।
  7. आगामी रुझानों का पता लगाना: डिजिटल मार्केटिंग क्षेत्र में नए रुझान और तकनीकी विकास होते रहते हैं। आपको इसे निगरानी रखने और नए टूल्स और तकनीकों का अध्ययन करके अपने ज्ञान को अपडेट करते रहना चाहिए।

यदि आप इन स्तरों का पालन करते हैं, तो आप डिजिटल मार्केटिंग क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। धैर्य, मेहनत, और सीखने की उत्सुकता सफलता प्राप्त करने में महत्वपूर्ण होती हैं।

डिजिटल मार्केटिंग में ४ प्रकार क्या हैं

डिजिटल मार्केटिंग विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन मार्केटिंग की एक विशेष श्रेणी है, जिसमें इंटरनेट और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करके विभिन्न तरीकों से उपयोगकर्ताओं तक पहुंचा जाता है। यहां डिजिटल मार्केटिंग के चार प्रमुख प्रकार हैं:

  1. इंटरनेट सर्च मार्केटिंग (Search Engine Marketing – SEM): SEM में यह प्रयास किया जाता है कि वेबसाइट को सर्च इंजन पर उच्च रैंक मिले ताकि उपयोगकर्ताएं उसे आसानी से खोज सकें। यहां प्रमुख तकनीक होती है प्रायोजित लिंक्स का उपयोग करके पेड और पेड प्लेसमेंट की प्रक्रिया, जिसमें आप विभिन्न कीवर्डों पर विज्ञापन दिखा सकते हैं जो उपयोगकर्ताओं के सर्च परिणाम में प्रदर्शित होते हैं।
  2. सोशल मीडिया मार्केटिंग (Social Media Marketing – SMM): इसमें सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स (जैसे कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, लिंक्डइन आदि) का उपयोग करके आप अपने उत्पादों या सेवाओं को प्रमोट कर सकते हैं। यहां आप सामाजिक नेटवर्क के उपयोगकर्ताओं के साथ संवाद करने, उनकी प्रतिक्रियाएँ प्राप्त करने और उन्हें अपने ब्रांड के साथ जुड़ने का माध्यम बना सकते हैं।
  3. ईमेल मार्केटिंग (Email Marketing): इसमें आप ईमेल के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को संदेश भेजकर उन्हें आपके उत्पादों, सेवाओं, सूचनाओं और प्रस्तावों के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। यह एक प्रमुख तरीका है उपयोगकर्ता संबंधित सामग्री को प्रसारित करने के लिए और ग्राहक संबंध बनाने के लिए।
  4. कंटेंट मार्केटिंग (Content Marketing): इसमें आप उच्च गुणवत्ता वाली और मानवीयता से भरपूर सामग्री (जैसे कि आर्टिकल, ब्लॉग पोस्ट, वीडियो, पॉडकास्ट आदि) बनाकर साझा करते हैं जो आपके उपयोगकर्ताओं के लिए मूल्यवान हो सकती है। यहां का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को जागरूक करना, उन्हें मानवीय अनुभव प्रदान करना और उन्हें आपके ब्रांड के साथ जुड़ने में मदद करना होता है।

ये चार प्रमुख डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार हैं, लेकिन इसके अलावा भी अन्य प्रकार के डिजिटल मार्केटिंग तकनीकें भी हो सकती हैं जैसे कि आफ़िलिएट मार्केटिंग, वीडियो मार्केटिंग, इन्फ्लूएंसर मार्केटिंग आदि।

इंडिया में डिजिटल मार्केटिंग की सैलरी कितनी होती है

भारत में डिजिटल मार्केटिंग के पदों की सैलरी विभिन्न कारणों पर निर्भर करती है, जैसे कि कंपनी का आकार, स्थान, अनुभव, पद का प्रकार, और व्यक्तिगत कौशल।

डिजिटल मार्केटिंग में कुछ प्रमुख पद निम्नलिखित हो सकते हैं और उनकी औसत सैलरी कुछ लाख रुपये प्रति वर्ष से शुरू होकर कुछ करोड़ रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है:

  1. डिजिटल मार्केटिंग एक्जिक्यूटिव/असिस्टेंट: यह पद डिजिटल मार्केटिंग के विभिन्न क्षेत्रों में सहायक कार्यों को संभालता है, जैसे कि सोशल मीडिया प्रबंधन, ईमेल मार्केटिंग, आदि। आमतौर पर इस पद की सैलरी लाखों रुपये प्रति वर्ष से शुरू हो सकती है।
  2. डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर: एक मार्केटिंग टीम की प्रमुख समर्थन और नेतृत्व प्रदान करने वाले व्यक्ति को डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर कहा जाता है। उनकी सैलरी आमतौर पर पांच लाख से दस लाख रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है, लेकिन यह इसके आगे भी बढ़ सकती है।
  3. डिजिटल मार्केटिंग डायरेक्टर: बड़ी कंपनियों में, डिजिटल मार्केटिंग डायरेक्टर उच्च स्तर के प्रबंधकों के रूप में काम करते हैं और उनकी सैलरी लाखों रुपये प्रति महीने से शुरू हो सकती है।
  4. डिजिटल मार्केटिंग कंसल्टेंट: स्वतंत्र कंसल्टेंट्स या कंसल्टिंग फर्मों में डिजिटल मार्केटिंग कंसल्टेंट की सैलरी विशेष प्रोजेक्ट्स और अनुभव पर निर्भर करती है, और उनकी सालाना कमाई एक करोड़ रुपये से भी अधिक हो सकती है।

कृपया ध्यान दें कि ये संख्याएँ आमतौर पर हैं और अधिकांश उपयोगकर्ताओं के अनुभव के आधार पर अलग हो सकती हैं। इसके अलावा, बाजार की परिस्थितियों और आर्थिक प्रगति के साथ साथ स्थानिक अनुभव भी सैलरी पर प्रभाव डाल सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग करने के फायदे

डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग ऑनलाइन माध्यमों के साथ विभिन्न डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स का उपयोग करके आपके व्यवसाय की पहुंच बढ़ाने और उसे विभिन्न ऑनलाइन जनसंवादन स्तरों पर बनाने का मतलब होता है। यह कई तरह के फायदे प्रदान कर सकता है:

  1. विस्तारित पहुंच: डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से आप अपने उत्पाद और सेवाओं को विश्वभर में पहुंचा सकते हैं। आपकी व्यवसायिक वेबसाइट, सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स, ईमेल मार्केटिंग, ब्लॉगिंग, आदि के माध्यम से आपका उत्पाद और सेवाएं लोगों तक पहुंच सकती हैं।
  2. सस्ती और प्रभावी: डिजिटल मार्केटिंग ट्रैडिशनल मार्केटिंग की तुलना में कम खर्च में अधिक प्रभावी हो सकता है। आप अपने लक्ष्य और दर्शकों के साथ संदेश को अधिक संवेदनशील और सटीक तरीके से साझा कर सकते हैं।
  3. भागीदारी की बढ़ोतरी: सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर यदि आप अपने उपयोगकर्ताओं के साथ नियमित रूप से संवाद करते हैं, तो आपकी उनसे एक गहरा संवाद बन सकता है और उनकी बातचीत में भागीदारी बढ़ सकती है।
  4. निरंतरता: आप डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से नियमित रूप से अपनी उपयोगकर्ताओं के साथ संवाद कर सकते हैं और उन्हें नए उत्पाद या सेवाओं के बारे में सूचित कर सकते हैं, जिससे आपका व्यवसाय उनकी ध्यान में बना रहता है।
  5. आकर्षक और सामग्री: आप आकर्षक और मूल्यक्रिया सामग्री जैसे वीडियो, ग्राफिक्स, ब्लॉग पोस्ट, पॉडकास्ट, आदि के माध्यम से आपकी उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर सकते हैं, जिससे उन्हें आपकी विशेषता और वैशिष्ट्यों का पता चल सके।
  6. परिणामों की व्याख्या: डिजिटल मार्केटिंग के अनुसार, आप अपने कैंपेन्स के परिणामों को आसानी से मॉनिटर और माप सकते हैं, जैसे कि वेबसाइट ट्रैफ़िक, सोशल मीडिया लाइक्स और शेयर्स, ईमेल खोलने की दर, आदि।
  7. निर्विवाद टारगेटिंग: डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से आप आपकी लक्ष्य जनसंख्या के साथ आकर्षण बना सकते हैं। विभिन्न पैमाने के डेमोग्राफिक्स, इंटरेस्ट्स, ऑनलाइन व्यवहार आदि की माहिती का उपयोग करके, आपकी कैंपेन उन्हें जो लोगों को सबसे अधिक प्रभावित करेगा, उन्हें दिख सकती है।

यह सिर्फ कुछ फायदे हैं जो डिजिटल मार्केटिंग प्रदान कर सकता है। इसका उपयोग करके आप अपने व्यवसाय को ऑनलाइन दुनिया में उच्चतम स्तर तक पहुंचा सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग करने के नुकसान

डिजिटल मार्केटिंग करने के कुछ फायदे होने के साथ साथ कुछ नुकसान भी है:

  1. अयोग्य या अवैध तरीकों का उपयोग: डिजिटल मार्केटिंग के दौरान, यदि आप अयोग्य या अवैध तरीकों का उपयोग करते हैं जैसे कि स्पैम ईमेल्स, फेक प्रोमोशनल कंटेंट या नकली ऑफर्स, तो यह आपकी ब्रांड की छवि को हानि पहुँचा सकता है।
  2. सोशल मीडिया में गलती से व्यक्तिगत जानकारी की छिपाई: डिजिटल मार्केटिंग के दौरान, यदि आप गलती से व्यक्तिगत जानकारी को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देते हैं, तो यह आपकी और आपके ग्राहकों की गोपनीयता को खतरे में डाल सकता है।
  3. अच्छे और गलत ऑनलाइन रिव्यू: आपके उत्पादों या सेवाओं के बारे में लोगों के द्वारा ऑनलाइन रिव्यू का प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है। गलत रिव्यू आपकी ब्रांड की मानसिकता को क्षति पहुँचा सकते हैं।
  4. अप्रभावी ऑनलाइन प्रस्तुति: अगर आपकी वेबसाइट अप्रभावी है, तो यह आपके उपयोगकर्ताओं को गुमराह कर सकता है और उन्हें आपके ब्रांड से दूर कर सकता है।
  5. सामाजिक या कॉर्पोरेट गलतियाँ: डिजिटल मार्केटिंग के प्रबंधन के दौरान, विचारहीन या अपवादपूर्ण पोस्ट, ट्वीट्स या किसी अन्य प्रकार के सामाजिक मीडिया कंटेंट के कारण ब्रांड को नुकसान हो सकता है।
  6. प्रतिस्पर्धा में पिछड़ जाना: डिजिटल मार्केटिंग में प्रतिस्पर्धा काफी तेजी से बढ़ रही है और अगर आप नए ट्रेंड्स और तकनीकों का सही समय पर इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो आप प्रतिस्पर्धा में पिछड़ सकते हैं।
  7. जानकारी की कमी: डिजिटल मार्केटिंग उपायोगकर्ताओं को नए और सुविधाजनक तरीकों से आपके उत्पादों या सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने की अनुमति देता है, लेकिन अगर आप इस जानकारी को सही तरीके से प्रबंधित नहीं करते हैं, तो आपकी ब्रांड की सटीकता पर असर पड़ सकता है।

इन नुकसानों से बचने के लिए, आपको उचित डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियों का पालन करना आवश्यक है और ध्यान देने वाले कुछ महत्वपूर्ण मामूले शामिल हैं: गुणवत्ता पर ध्यान देना, संवादना और उत्तरदायित्व, ग्राहक की सुनने और समझने की क्षमता, और नवाचार का सही समय पर इस्तेमाल करना।

आपके लिए: –

ये था 2023 में डिजिटल मार्केटिंग में करियर कैसे बनाये पर लेख। उम्मीद है ये लेख पढ़कर आपको आईडिया मिल गया होगा की डिजिटल मार्केटिंग में सारी कैसे बनाये जाते हैं। आप इस लेख को अपने उन दोस्तों के साथ साझा कर सकते हैं जो डिजिटल मार्केटिंग में रुचि रखते हैं।

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