चिड़ियाघर की सैर पर निबंध – Essay On Zoo Visit In Hindi

चिड़ियाघर की सैर पर निबंध (Essay On Zoo Visit In Hindi): आपको निश्चित रूप से इस विषय पर एक निबंध लिखने के लिए कहा जाएगा चाहे वह स्कूल के होमवर्क पर हो या परीक्षा पर. इस निबंध में आपको खास कर अपना अनुभूति साझा करना होता है. अपनी अनुभूति को कहने और लिखने में फर्क होता है. अनुभूति को कहना थोड़ा आसान होता है लेकिन लिखना थोड़ा मुश्किल. लेकिन इस मुश्किल को आपके लिए आसान बनाने के लिए यह चिड़ियाघर की सैर पर निबंध (Essay On Zoo Visit In Hindi) लिखे गए हैं. 

चिड़ियाघर की सैर पर निबंध – Essay On Zoo Visit In Hindi (500-600 Words)

भूमिका

संसार में असंख्य प्रकार के जीव जन्तु निवास करते हैं. भारतीय पौराणिक मतानुसार चौरासी लाख प्रकार के जीव जंतु इस पृथ्वी पर रहते हैं. उनमें से कई प्रकार के जीव जन्तुओं से व्यावहारिक जीवन में यदा-कदा हमारा संपर्क होता रहता है. कई प्रकार के जल चर या थल चर जीव ऐसे हैं जिनसे हमारा कभी भी संपर्क नहीं हो पाता. समुद्र के गर्त में रहने वाले जीव, गहन वनों में विचरण करने वाले जीव हमारे दिल में कौतूहल पैदा कर देते हैं. हम उनके रहन-सहन, खान-पान के बारे में जानने के लिए अत्यंत उत्सुक हो जाते हैं. लेकिन हम उन्हें देखने के लिए बीहड़ वनों में जाने के लिए असमर्थ होते हैं. मनुष्य की इस जिज्ञासा की पूर्ति के लिए बड़े शहरों में चिड़िया घर बनाये गये हैं जहां पर बीहड़ वनों के जीव जन्तुओं को उन्हीं के वातावरण के अनुसार रखा जाता है.

चिड़िया घर में एक दिन              

हमारे दिलों में भी जंगल के जीव जन्तुओं को देखने की लालसा कई दिनों से थी. एक दिन हम कुछ मित्रों ने चिड़िया घर जाने का कार्यक्रम बनाया. दिल्ली में चिड़िया घर मथुरा रोड पर पुराने किले के दक्षिण में स्थित है. हम प्रातः 9 बजे चिड़िया घर की सैर के लिए निकल पड़े. वहां पहुंचकर सर्वप्रथम हमने प्रवेश के लिए टिकट घर से टिकट लिए. तदनन्तर अन्दर पहुंचकर विभिन्न जीव जंतुओं को देखने का अवसर मिला. यह चिड़िया घर मीलों घेरे में फैला हुआ है. हर प्रकार के जानवरों को देखने के लिए व्यवस्थित ढंग से मार्ग बने हैं. प्रत्येक जीव जन्तु को वैसा ही वातावरण देने का प्रयास किया गया है जैसा उनको अपने मूल स्थान में प्राप्त होता है.

विभिन्न जीव जन्तुओं के विभाग   

सारे चिड़िया घर में जीव जन्तुओं के रहन-सहन व वातावरण के अनुसार अलग-अलग विभाग बनाए हुए हैं. चिड़िया घर के अंदर पहुंचकर सर्वप्रथम सुन्दर व हरे-भरे बाग दिखाई देते हैं जिन पर बैठ कर दर्शक विश्राम करते हैं. इसके बाद कई स्थल व जलीय पक्षी दिखाई देते हैं. बतखों आदि के तैरने के लिए पर्याप्त मात्रा में जल का प्रबंध किया गया है. उसके पास ही बहुत प्रकार के घास खाने वाले जीव दिखाई देते हैं जो पेड़ों के निचे झुण्ड में रहते हैं. इनमें हिरण, नीलगाय, बारहसिंगा, आदि प्रमुख हैं और ऑस्ट्रेलिया में पाया जाने वाला कंगारू भी आता है. पेड़ों पर रहने वाले तथा आकाश में उड़ने वाले पक्षियों के लिए अलग-अलग विभाग बनाये गये हैं जिनमें विश्व भर के रंग-बिरंगे पक्षी हैं. पक्षियों में सबसे अधिक आकर्षक शतुरमुर्ग है जिसकी गर्दन ऊंट की तरह लम्बी होती है. थल चर जीवों में गैंडा सबसे आकर्षक है जिसका भारी भरकम शरीर और नाक में सींग होते हैं. फिर मांस खाने वाले जीवों के विभाग आते हैं जिनमें शेर, चीता, बाघ, भालू आदि प्रमुख हैं. बंदरों व लंगूरों के लिए अलग विभाग हैं.     

चिड़िया घर की व्यवस्था

चिड़िया घर की व्यवस्था कृषि मंत्रालय के वन विभाग के अंतर्गत आती है. यहां बहुत से कर्मचारी नियुक्त हैं जो जीव जंतुओं की देख-रेख व सुरक्षा का प्रबंध करते हैं. प्रत्येक जीव जंतु के लिए प्रकृति के अनुसार भोजन व रहन-सहन की व्यवस्था की जाती है. घास खाने वाले जीवों के लिए घास व मांस खाने वाले जीवों के लिए मांस की व्यवस्था की जाती है. ठन्डे प्रदेश के जीवों के लिए कृत्रिम ठण्ड व गर्म प्रदेश में रहने वाले जीवों के लिए कृत्रिम गर्मी का प्रबंध होता है. भयंकर पशुओं के लिए भी वैसे ही अनुकूल स्थान बनाना पड़ता है.

उपसंहार

जिन जीव जन्तुओं को हम घनघोर वनों में गहरे समुद्रों में नहीं देख सकते हैं वे हमें चिड़िया घर में दिखाई देते हैं. उनको देखने से हमारा एक ओर मनोरंजन होता है तथा दूसरी ओर उन जीवों के बारे में हमारी जानकारी बढ़ती है. वहां पहुंचकर हमें चिड़िया घर के नियमों का पालन करना चाहिए.

आपके लिए:-

ये था चिड़ियाघर की सैर पर निबंध (Essay On Zoo Visit In Hindi). अगर आपने कभी चिड़ियाघर नहीं गए हैं, तो आपको जरूर एक बार जरूर जाना चाहिए. उम्मीद है ये निबंध पढ़कर आपको अपने अनुभूति को सरल भाषा में लिखने में मदत हुआ होगा. चिड़ियाघर के बारे में अगर और कुछ अलग रोचक तथ्य पता है तो हमें जरूर बताये. धन्यवाद.

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