संस्कृत में स्था धातु रूप – Stha dhatu roop in Sanskrit

आज आप सीखेंगे स्था धातु रूप संस्कृत में (Stha dhatu roop in Sanskrit). रहने के अर्थ में स्था धातु रूप का प्रयोग होता है. बहुत सारे छात्र हैं जिनको इस धातु रूप के बारे में पता नहीं. अगर आप वैसे छात्रों को जानते हैं तो ये लेख उनके साथ शेयर करके आप उन सबका मदद कर सकते हैं. यदि आप चाहें तो ये लेखा का पीडीएफ डाउनलोड करके भी शेयर कर सकते हैं.  

स्था धातु रूप संस्कृत में – Stha dhatu roop in Sanskrit

स्था धातु रूप के लट्लकार – वर्तमान काल

पुरुष     एकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषतिष्ठतितिष्ठतःतिष्ठन्ति
मध्यम पुरुषतिष्ठसितिष्ठथःतिष्ठथ
उत्तम पुरुषतिष्ठामितिष्ठावःतिष्ठामः

लङ्लकार – भूतकाल

पुरुष     एकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषअतिष्ठत्अतिष्ठताम्अतिष्ठन्
मध्यम पुरुषअतिष्ठःअतिष्ठतम्अतिष्ठत
उत्तम पुरुषअतिष्ठम्अतिष्ठावअतिष्ठाम

लृट्लकार – भविष्य काल

पुरुष     एकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषस्थास्यतिस्थास्यतःस्थास्यन्ति
मध्यम पुरुषस्थास्यसिस्थास्यथःस्थास्यथ
उत्तम पुरुषस्थास्यामिस्थास्यावःस्थास्यामः

लोट्लकार – आदेश के अर्थ में

पुरुष     एकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषतिष्ठतुतिष्ठताम्तिष्ठन्तु
मध्यम पुरुषतिष्ठतिष्ठतम्तिष्ठत
उत्तम पुरुषतिष्ठानितिष्ठावतिष्ठाम

विधिलिङ्लकार – संभावना के अर्थ में

पुरुष     एकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषतिष्ठेत्तिष्ठेताम्तिष्ठेयुः
मध्यम पुरुषतिष्ठेःतिष्ठेतम्तिष्ठेत
उत्तम पुरुषतिष्ठेयम्तिष्ठेवतिष्ठेम

स्था धातु को लेकर कुछ वाक्य

संस्कृत :- शिबः कैलाशम् अधितिष्ठति|

हिंदी :- शिव कैलाश में रहते हैं|

संस्कृत :- संयमे जत्नम् आतिष्ठेत्|

हिंदी :- संयम से ध्यान रखना चाहिए |

 संस्कृत :- सः स्वस्थानं संतिष्ठते|

हिंदी :- वह अपने स्थान पर स्थिर रहते हैं|

आपके लिए :-

तो ये था स्था धातु रूप संस्कृत में (stha dhatu roop in Sanskrit). मुझे उम्मीद है की आपको स्था धातु रूप अच्छे से याद रह गया होगा. अगर आपको इस लेख को लेकर कुछ दुविधा या सवाल है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं.

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