विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध – Essay on annual function of school in Hindi

विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध (Essay on annual function of school in Hindi): स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह का सभी छात्रों बेसब्री से इंतजार करते हैं. स्कूल के छात्रों के लिए यह दिन एक त्योहार जैसा होता है. तो आज आपको में इस निबंध में वार्षिकोत्सव की तैयारी कैसे की जाती है और भी बहुत कुछ आप इस निबंध में जानेंगे.    

विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध – Essay on annual function of school in Hindi

भूमिका

केवल पुस्तकीय ज्ञान प्राप्त करना ही विद्यार्थी का लक्ष्य नहीं है, साथ ही उसको व्यावहारिक जीवन की बातों का भी पूर्ण ज्ञान होना चाहिए, जो उसके भावी जीवन में नित्य प्रति प्रयोग आती हैं. विद्यालय एक ऐसा स्थल है जहाँ विद्यार्थी को सभी विकास के सारे अबसर उपलब्ध कराये जाते हैं. विद्यालय में कई उत्सव मनाये जाते हैं जिनमें विद्यार्थी को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है. उन सभी उत्सवों में वार्षिकोत्सव का अपना विशेष महत्त्व है. यह वर्ष में एक बार मनाया जाता है. इसमें विद्यालय के सभी छात्र व अध्यापक बड़े हर्षोल्लास के साथ भाग लेते हैं.

वार्षिकोत्सव का आयोजन व तैयारी

वार्षिकोत्सव मनाने के लिए प्रधानाचार्य व अध्यापकों द्वारा एक तिथि निश्चित की जाती है. उसके बाद उसको सफल बनाने के लिए अध्यापक व छात्रों की कमेटी बनाई जाती है जो उसकी तैयारी में जुट जाते हैं तथा उसके व्यवस्था करते हैं. हमारे विद्यालय में इस वर्ष वार्षिकोत्सव मनाने के लिए २० अक्टूबर का दिन निश्चित किया गया. इस तिथि की घोषणा प्रधानाचार्य द्वारा एक माह पूर्व की गयी थी. उसके लिए अलग-अलग कार्यक्रमों में अपनी-अपनी अभिरुचि के अनुसार भाग लेने के लिए कहा गया था. अलग-अलग कार्योक्रमों का पूर्वाभ्यास सम्बन्धित अध्यापकों की देख-रेख में एक माह पूर्व से प्रारम्भ हो गया. खेलकूद, गीत, नाटक, कविता, प्रहसन आदि में भाग लेने के लिए विद्यार्थियों की तैयारी शुरू हो गई थी. उत्सव के दो दिन पूर्व से विद्यालय को दुल्हन की तरह सजाया गया. विद्यालय के चारों ओर झंडियां लगाई गईं. प्रत्येक कमरे को सजाया गया. NCC व स्काउट के छात्र भी अपनी अपनी तैयारी में लगे हुए थे.   

मुख्य अतिथि व कार्यक्रम

विद्यालय के ऐसे शुभ अवसरों पर किसी गणमान्य व्यक्ति को मुख्य अतिथि बनाया जाता है. इसके अतिरिक्त उस क्षेत्र के प्रतिष्ठित नागरिकों व छात्रों के अभिभावकों को भी आमंत्रित किया जाता है. इस वर्ष के वार्षिकोत्सव में हमारे शिक्षा निर्देशक महोदय को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया. २० अक्टूबर के दिन प्रातः दस बजे से आयोजन प्रारम्भ हो गया. मुख्य अतिथि श्रीमान शिक्षा निर्देशक विद्यालय में पहुंच गये. स्काउट के छात्रों ने उनका विधिवत स्वागत किया. तदुपरान्त हमारे प्रधानाचार्य, मुख्य अतिथि व प्रतिष्ठित नागरिकों के सभा स्थल पर ले गये.

कार्यक्रम का शुभारम्भ

मुख्य अतिथि व प्रधानाचार्य सभा मंच पर पहुँच गये थे. सभा स्थल के दोनों ओर अध्यापक व अभिभावक बैठे हुए थे. बीच में दरियों पर छात्र पंक्ति-बद्ध बैठे हुए थे. करतल ध्वनि के साथ मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया. तदुपरांत कार्यक्रम शुरू हो गया. सर्वप्रथम हमारे प्रधानाचार्य ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पढ़कर सुनाई जिसमें विद्यालय के वर्ष भर का पूर्ण विवरण पेश किया गया. उसमें इस वर्ष का परीक्षाफल, वरीयता सूची में आये छात्रों के नाम, खेल-कूद में विद्यालय द्वारा प्राप्त पदकों का विवरण आदि का विस्तृत रूप से पढ़कर सुनाया गया. उसके बाद हमारे हमारे हिंदी अध्यापक ने मंच का संचालन किया. उसमें क्रमानुसार प्रत्येक कार्यक्रम पेश किये गये. गीत, श्लोक, कविता, नाटक. प्रहसन आदि सुनाए गये जिनको सभी दर्शकों ने खूब सराहा. सभी भाग लेने वाले छात्रों ने अपनी-अपनी कला व प्रतिभा का प्रदर्शन किया.  

पुरस्कार वितरण

जिन छात्रों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया, उन्हें प्रथम, द्वितीय व तृतीय के वरीयता क्रम से मुख्य अतिथि के द्वारा पुरस्कार वितरण किए गए. जी छात्र खेल-कूदों में पुरस्कार के योग्य थे उन्हें भी पुरस्कार दिए गए. जिन छात्रों ने परीक्षा में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया था उनको भी उसी में से पुरस्कार दिए गए. अंत में सभी छात्रों को मिष्ठान वितरित कर सभा विसर्जित की गई.

उपसंहार

इस प्रकार के उत्सव प्रत्येक विद्यालयों में मनाए जाने चाहिए. इससे छात्रों को अपनी कला व प्रतिभा प्रदर्शन का अवसर मिलता है और विद्यालय का सम्मान बढ़ता है. सभी विद्यार्थियों को इसमें बड़े हर्षोल्लास के साथ भाग लेना चाहिए.

आपके लिए:-

ये था विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध(Essay on annual function of school in Hindi). उम्मीद है स्कूल में वार्षिक उत्सव की पूर्व तैयारी कैसे की जाती है और आयोजन कैसे किया जाता है आपको पता चल गया होगा. मिलते हैं अगले निबंध में. धन्यवाद.

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