देश प्रेम पर निबंध – Patriotism essay in Hindi

आज हम आपके लिए लेकर आये हैं देश प्रेम पर निबंध (patriotism essay in Hindi). हमारे अंदर का जो देश प्रेम होता है वह छात्र जीवन से ही शुरू हो जाता है. और ये तब होता है जब स्कूल में हमें देश के बारे में बताया जाता है. स्कूल में कभी कभी इसके ऊपर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है. इसलिए आज आपके लिए लेकर आया हूँ देश प्रेम पर निबंध (patriotism essay in Hindi).  

देश प्रेम पर निबंध – Patriotism essay in Hindi

प्रस्तावना

भारत हमारी मातृभूमि है. इस विशाल देश के लाखों लोग भारतीयों के रूप में जाने जाते हैं. हमारे जीवन के विकास में मातृभूमि का योगदान अतुलनीय है. हमारे देश के लिए हमारे अंदर जो सम्मान है वह हमारे देश के लिए हमारा प्यार है. यही हमारी राष्ट्रीयता की भावना है. निस्वार्थ रूप से देश के लिए विभिन्न गतिविधियों में संलग्न होना और मातृभूमि के लिए बलिदान देना ही देश प्रेम का पहचान है.

देश प्रेम की जरूरत   

मां के लिए बच्चे की जो भक्ति और सम्मान होती है वैसा भक्ति और सम्मान मातृभूमि की ओर भी होना चाहिए. इन महान विचारों के अलावा, व्यक्ति और राष्ट्र की बेहतरी दूरगामी है. देश प्रेम देश के समग्र विकास की कुंजी है. कोई भी देश कभी भी देशभक्ति के बिना मजबूत नहीं रहा है. एक निष्क्रिय उपेक्षित राष्ट्र को सक्रिय करने में देशभक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है. देश प्रेम से देश तरक्की करता है और लोगों का आत्म-सम्मान बढ़ता है.

आदर्श देश प्रेमी

किसी देश और राष्ट्र का उत्थान और पतन मानव भाग्य के उदय और पतन के समान स्वाभाविक है. दुनिया के इतिहास में इसके पर्याप्त प्रमाण हैं. देश में इस तरह के महत्वपूर्ण मोड़ पर, देश प्रेमी योग पुरुषों का उदय होता है. भारत के इतिहास को कई देशभक्तों के बलिदानों द्वारा चिह्नित किया गया है. पुरु, चंद्रगुप्त मौर्य, समुद्रगुप्त, विक्रमादित्य, राणा प्रताप, शिवाजी, गुरुगोविंद सिंह, लक्ष्मीबाई, टीपू सुल्तान जैसे देश भक्त देश के लिए बहुत सारे बलिदान दिए हैं. लाललजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, बिपिन चंद्र पाल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस ने भारत में देशभक्ति का एक नया अध्याय रचा है. भारत में, स्वतंत्रता में यह सभी का योगदान अविस्मरणीय है. गैरीबाल्डी, नेपोलियन और हिटलर अपने देश के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं. समय-समय पर दुनिया के हर हिस्से में संत और देशभक्त होते हैं.

देश प्रेम एक कला है

वास्तव में, देशभक्ति एक कला है. हर किसी के पास यह कला नहीं होता है. हर किसी को संत और ईमानदार देशभक्त बनने का अवसर नहीं मिलता है. वास्तव में, देश प्रेमी स्वार्थी होता है. वह देशवासियों की सेवा में खुद को समर्पित करता है. 

प्रतिबंध

देशभक्ति के विकास और प्रसार में कई बाधाएं देखने को मिलता है. देश प्रेम के नाम पर दूसरे देशों के प्रति ईर्ष्या सच्ची देश प्रेम नहीं है. दूसरे देशों पर हमले, साम्राज्यवाद, स्वस्थ देश प्रेम का संकेत नहीं हैं. अपने देश की सामूहिक प्रगति को देखकर, अन्य देशों और नस्लों के प्रति वफादारी न दिखाना देशभक्ति की आदर्श परंपरा नहीं हो सकती है. देशभक्ति अस्थायी राष्ट्रवाद का निर्माण करती है. यह राष्ट्रीय एकता के लिए एक बाधा है. धर्म देशभक्तों के लिए अच्छा नहीं है. सांप्रदायिकता और धर्मनिरपेक्षता देश को सुधारने के बजाय नुकसान पहुंचाते हैं. देशभक्तों को जासूसी से दूर रहना चाहिए.

उपसंहार

देश प्रेम एक महान मानव प्रवृत्ति है. देश की समृद्धि के विकास में यह जनता को प्रोत्साहित करता है. देशभक्ति अतीत और वर्तमान की महिमा पर टिकी हुई है. यह लोगों के दिलों में गर्व पैदा करता है. सच्चे देशभक्तों को बलिदान और सेवा की भावना के साथ देशभक्ति की वेदी पर खुद को बलिदान करना चाहिए. देश हमेशा एक ईमानदार देशभक्त चाहता है. शिक्षा का विकास व्यक्ति के दिल में देश प्रेम पैदा करता है. देशभक्ति का इतिहास और जीवनी लोगों को देशभक्त बनने के लिए प्रेरित करती है. देशभक्ति व्यक्ति को वीर कर्म करने के लिए प्रभावित करती है.

आपके लिए:-

जी हाँ, ये था हमारा लेख देश प्रेम पर निबंध (patriotism essay in Hindi). उम्मीद है आपको ये निबंध पसंद आया होगा. अगर आप चाहते है की ये लेख बाकि सबको की भी पसंद आये तो ये लेख को शेयर करना न भूलें. मिलते है अगले लेख में. धन्यवाद.

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