आज आप धातु रूप के अंतर्गत संस्कृत में लभ् धातु रूप (Labh dhatu roop in Sanskrit) पढ़ेंगे. लभ् का हिंदी अर्थ होता है प्राप्त और लाभ करना. अगर आप नवी और दसवीं कक्षा में पढ़ रहे है तो ये धातु रूप बिलकुल आपके लिए है. अगर आप लभ् धातु रूप को पीडीएफ के माध्यम से पढ़ना चाहते है, तो निचे दिए गए पीडीएफ फाइल को डाउनलोड करके पढ़ सकते हैं.
संस्कृत में लभ् धातु रूप – Labh dhatu roop in Sanskrit
लभ् धातु रूप के लट्लकार – वर्तमान काल
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | लभते | लभेते | लभन्ते |
मध्यम पुरुष | लभसे | लभेथे | लभध्वे |
उत्तम पुरुष | लभे | लभावहे | लभामहे |
लङ्लकार – भूतकाल
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | अलभत | अलभेताम् | अलभन्त |
मध्यम पुरुष | अलभथाः | अलभेथाम् | अलभध्वम् |
उत्तम पुरुष | अलभे | अलभावहि | अलभामहि |
लृट्लकार – भविष्य काल
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | लप्स्यते | लप्स्येते | लप्स्यन्ते |
मध्यम पुरुष | लप्स्य्से | लप्स्येथे | लप्स्यध्वे |
उत्तम पुरुष | लप्स्ये | लप्स्यावहे | लप्स्यामहे |
लोट्लकार – आदेश के अर्थ में
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | लभताम् | लभेताम् | लभन्ताम् |
मध्यम पुरुष | लभस्व | लभेथाम् | लभध्वम् |
उत्तम पुरुष | लभै | लभावहै | लभामहै |
विधिलिङ्लकार – संभावना के अर्थ में
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | लभेत | लभेयाताम् | लभेरन् |
मध्यम पुरुष | लभेथाः | लभेयाथाम् | लभध्वम् |
उत्तम पुरुष | लभेय | लभेवहि | लभेमहि |
लभ् धातु को लेकर कुछ वाक्य
संस्कृत :- यत्ने कृतेऽपि नालभत |
हिंदी :- देखभाल किया फिर भी नहीं मिला |
संस्कृत :- सर्वे कर्मफलम् उपलभन्ते |
हिंदी :- सबको कर्म का फल मिलता है |
संस्कृत :- कोकिलः काकं विप्रलभते |
हिंदी :- कोयल कौआ को धोखा देती है |
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तो आज आपने संस्कृत में लभ् धातु रूप (Labh dhatu roop in Sanskrit) पढ़ा. उम्मीद करता हूँ की ये धातु रूप आपको पसंद आया होगा. अगर ये धातु रूप को लेकर आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमें जरूर पूछ सकते हैं. यदि आप लभ् धातु रूप का प्रयोग करके कुछ वाक्य बनाकर हमें भेज सकते हैं, तो हम उन वाक्यों को हमारे व्लॉग जरूर प्रकाशित करेंगे.