संस्कृत में कृ धातु रूप – Kri dhatu roop sanskrit

आज में आपके लिए कृ (करना) धातु रूप लेकर आया हूँ. कुछ शिक्षा बोर्ड अनुसार बच्चे सातवीं कक्षा से इस धातु रूप का अध्ययन करते हैं. आजकल के स्टूंडेंट्स धातु रूप को किताबों के साथ साथ ऑनलाइन पढ़ना पसंद कर रहे हैं. इसलिए ये लेख आपके लिए प्रस्तुत किया गया है. धातु रूप के साथ साथ नीचे कुछ वाक्य भी दिए गए हैं जिसे पढ़ने के बाद आप कृ धातु रूप को अच्छे से समझ सकेंगे.        

कृ धातु रूप – Kri dhatu roop sanskrit

लट्लकार – वर्तमान काल

पुरुष     एकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषकरोतिकुरुतःकुर्वन्ति
मध्यम पुरुषकरोषिकुरथःकुरुथ
उत्तम पुरुषकरोमिकुर्वःकुर्मः

लङ्लकार – भूतकाल

पुरुष     एकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषकरिष्यतिकरिष्यतःकरिष्यन्ति
मध्यम पुरुषकरिष्यसिकरिष्यथः करिष्यथ
उत्तम पुरुषकरिष्यामिकरिष्यावःकरिष्यामः

लृट्लकार – भविष्य काल

पुरुष     एकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषकरोतुकुरुताम्कुर्वन्तु
मध्यम पुरुषकुरुकुरुतम्कुरुत
उत्तम पुरुषकरवाणिकरवावकरवाम

लोट्लकार – आदेश के अर्थ में

पुरुष     एकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषअकरोत्अकुरुताम्अकुर्वन्
मध्यम पुरुषअकरोःअकुरुतम्अकुरुत
उत्तम पुरुषअकरवम्अकुर्वअकुर्म

विधिलिङ्लकार – संभावना के अर्थ में

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषकुर्वात्कुर्याताम्कुर्युः
मध्यम पुरुषकुर्याःकुर्यातम्कुर्यात
उत्तम पुरुषकुर्याम्कुर्यावकुर्याम

कृ धातु रूप का उपयोग से कुछ वाक्य

हिंदी – छात्र शिक्षक का अनुकरण कर रहा है.

संस्कृत – छात्रः शिक्षकम् अनुकरोति.

हिंदी – दवाएं शरीर को लाभ पहुंचाती हैं.

संस्कृत – औषधीः शरीरम् उपकरोति.

हिंदी – राष्ट्रपति जवानों को पुरस्कृत करते हैं.

संस्कृत – राष्ट्रपतिः सैनिकान् पुरस्करति.  

आपके लिए:-

ये था कृ धातु रूप  के ऊपर लेख. उम्मीद है ये लेख आपके के लिए सहायक पूर्ण रहा होगा. कृ धातु रूप को लेकर आपके मन में कुछ सवाल या सुझाव है तो कमेंट में जरूर बताएं. मिलते है अगले ही एक ऐसे ही महत्वपूर्ण लेख में. धन्यवाद.   

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