दिवाली पर निबंध 2023 – Diwali essay in Hindi

दिवाली पर निबंध (Essay on Diwali in Hindi): हमारे प्रत्येक पर्व का आधार आध्यात्मिक होता है. दीपावली का पर्व हमें अन्धकार से प्रकाश की ओर जाने की प्रेरणा देता है. प्रकाश ज्ञान का और अन्धकार अज्ञानता का प्रतीक है इसलिए सदैव हमें अंधकार से प्रकाश की ओर जाना चाहिए. दीपावली एक ज्योति पर्व है जो अमावस्या की रात्रि को मनाया जाता है. दिवाली के बारे में और जानने के लिए चलिए हमारे मुख्य लेख की ओर बढ़ते है, जो है दिवाली पर निबंध (Diwali essay in Hindi).

दिवाली पर निबंध 200 शब्द में – Diwali essay in Hindi (200 words)

साल भर में यहाँ तरह-तरह के त्यौहार मनाये जाते है. उनमें से दिवाली एक है. यह आलोक का पर्व है. कार्तिक महीने के अमाबास को यह पर्व मनाया जाता है.

दिवाली के पीछे कई पौराणिक कहनियाँ है. कहा जाता है की इस दिवस को भगवान श्री रामचंद्र जी के वनवास का समय पूरा हो गया था. वे अपनी पत्नी सीता और अनुज लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे. तभी से यह त्यौहार मनाया जाता है.

दिवाली के पहेले लोग अपने घरों और दुकानों की लिपाई पुताई व सफाई का काम करते है. बाजारों से सुन्दर सुन्दर खिलौने और वर्तन आदि खरीद कर लाते है. शाम को घर, वाहार, आँगन, दरवाजा सभी जगह दीप जलाते है. सब नये कपडे पहनते है. घर पर रिस्तेदारों को बुलाते है. अच्छा खानापीना होता है. इस दिन बच्चे पटाखे, बम तथा आतशबाजी छुडाते हैं. पितृलोगों के उद्देश्य में इस दिन पिंडदान किया जाता है. व्यापारी लोग उस दिन नये साल के लिए नयी बही-खाता बनाते है.

दिवाली पटाखों का पर्व है. इस दिन बच्चे अपार आनंद पाते है. वे तरह-तरह के पटाखे छोडते है. चारों और रोशनी से भर जाता है. इस दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है. इस पर्व को उचित ढगं से मनाना चाहिए.      


दिवाली पर निबंध 200 शब्दों में

प्रस्तावना

त्योहार-प्रेमी हिंदू बारह महीनों में तेरह त्योहार मनाते हैं. इनमें दीपावली पर्व एक महत्वपूर्ण पर्व है. यह पर्व कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. 

त्योहार का समय

हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को ‘दिवाली’ मनाई जाती है. कार्तिक का महीना धर्म का महीना होता है. इस पवित्र महीने का हर दिन एक महत्वपूर्ण दिन है. इसलिए अमावस्या तिथि को अधिक महत्व के साथ मनाया जाता है. इस तिथि पर शाम को दिवाली मनाई जाती है. हर तरफ दिया जलाया जाता है.

दिवाली की पौराणिक कथा

इस दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे. भगवान नरसिंह ने इसी दिन हिरण्यकश्यप का वध कर भक्त प्रह्लाद की रक्षा की थी.

उत्सव मनाने का विधि  

इस दिन घरों की सफाई की जाती है. शाम के समय हर घर में दिया जलाए जाते हैं. दिवाली के दिन मारवाड़ी और व्यापारी लोग मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं. छोटे और बड़े बच्चे विभिन्न प्रकार के पटाखे फोड़ते हैं और  खुशी-खुशी समय बिताते हैं. लोग आपस में मिठाइयां बांटकर एक दूसरे को दिवाली की बधाई देते हैं.

निष्कर्ष

दीपावली एक खुशी का त्योहार है. इस दिन हमारे वातावरण में कई हानिकारक कीट दिया जलाने से मर जाते हैं. दीपावली का त्योहार अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहन और प्रेरणा प्रदान करता है.


दिवाली पर निबंध 250 शब्द में – Diwali essay in Hindi (250 words)

प्रस्तावना

दिवाली एक हिंदू त्योहार है. यह त्योहार कार्तिक महीने की अमावस्या के दिन मनाया जाता है; इसलिए, इसे दिवाली अमावस्या भी कहा जाता है. अयोध्या के राजा, रामचंद्र, लंका के राजा, रावण को मारने के बाद इस दिन अयोध्या आए थे. और इस दिन को याद रखने के लिए दिवाली मनाया जाता है.

त्योहार कैसे मनाया जाता है

दिवाली पर, लोग जश्न मनाते हैं. दिवाली के सुबह, हर परिवार उत्सव की तैयारी करता है. हर कोई नए कपड़े पहनता है. मित्रों के घरों में उपहार भेजे जाते हैं. शाम के समय दिया जलाया जाता है. उस दिन सभी लोग लक्ष्मी भगवान की पूजा करते हैं.

मैंने दिवाली कैसे मनाई

 इस साल मैंने दिल्ली में दिवाली मनाई. मैं उस समय अपने भाई के साथ दिल्ली में था. मैंने अपने भाई के बेटों के साथ मिलकर किनारों पर मिट्टी के दीपक से सजाया. दिवाली की रंग-बिरंगी रोशनी बहुत बढ़िया थीं. रात 8 बजे, हम सभी अपने भाई और भाभी के साथ दो रिक्शा में शहर में घूमे. पूरे शहर में, हम दिवाली की रंगीन रोशनी से रोमांचित थे. हर जगह लोग पटाखे फूटा रहे थे.

उपसंहार

दिवाली एक महान खुशी का अवसर है. कुछ लोग कहते हैं कि बारिश के दिनों में पैदा हुए अनगिनत कीड़ों को मारने के लिए दीवाली मनाई जाती है. हम वास्तव में यह भी देखते हैं कि बहुत सारे कीड़े दीपक शरीर पर गिरते हैं और नष्ट हो जाते हैं. यह, ज़ाहिर है, क्रूरता का एक महान कार्य है; क्योंकि हम कुछ हानिकारक कीड़ों को मारने के लिए इतने निर्दोष जीवों को नष्ट कर रहे हैं.


दिवाली पर निबंध 600 शब्द में – Essay on diwali in Hindi(600 words)

प्रस्तावना

किसी भी राष्ट्र के सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन में त्योहारों का स्थान बहुत महत्वपूर्ण है. त्योहार लोगों के जीवन में नवीकरण, जागृति, चेतना और नए उत्साह प्रदान करता है. दशहरा, रक्षाबंधन, जन्माष्टमी और होली के बाद दीवाली हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है. यह भारत में एक प्राचीन और सांस्कृतिक त्योहार है. जनता धूमधाम से दिवाली मनाती है.

दिवाली का अर्थ

दीपक सौभाग्य का प्रतीक है. हिन्दुओं के अच्छे कार्यों के लिए दीपों की आवश्यकता होती है. इसलिए दीपों के समूह को दिवाली कहा जाता है. कार्तिक अमावस्या के दौरान दिया की रोशनी में रात में होने वाले इस उत्सव को ‘दिवाली’ कहा जाता है. गहरा अंधकार रात के गहरे अंधकार को दिया दूर करती है. इस त्यौहार को उज्ज्वल अमावस्या कहा जाता है क्योंकि अमावस्या के साथ इसका संबंध है.

दीपावली का पौराणिक तथ्य

हर हिंदू त्योहार उत्सव की जड़ में पौराणिक, आध्यात्मिक, सामाजिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक या लोकगीत मुख्य कारक होता है. भारतीय त्योहार महान हस्तियों या घटनाओं से जुड़े हैं. रावण की मृत्यु के बाद, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या की वापसी के साथ दीवाली समारोह जुड़े हुए हैं. अयोध्या के लोगों ने दीपलोक में अयोध्या नगरी को सजाया और राम-लक्ष्मण-सीता को भव्य स्वागत दी. दिवाली के साथ, भक्तवत्सल नृसिंह हिरण्यकश्यपु और भक्त प्रहलाद की जीवनरक्षक स्मृति भी हैं. दीपावली पर लक्ष्मीपूजा एक और उल्लेखनीय घटना है. इस दिन, देवी लक्ष्मी समुद्र के मंथन से प्रकट हुई थीं. दीपावली पर, भगवान कृष्ण ने नरकासुर को नष्ट कर के 16,000 कन्याओं  को मुक्त किया. एक अन्य किंवदंती के अनुसार, लक्ष्मी और देवताओं, जिन्हें बौनों द्वारा अधोलोक में कैद किया गया था, दिवाली पर रिहा कर दिए गए थे. इस दिन को लक्ष्मी मुक्ति दिवस के रूप में जाना जाता है.

इंद्र गोविंद विवाद दिवाली त्योहार से संबंधित एक और मिथक है. भगवान कृष्ण ने इस दिन इंद्र के प्रकोप से गोपियों को बचाये थे. महाभारत के अनुसार, महाराजा युधिष्ठिर का राज्याभिषेक समारोह दिवाली पर समाप्त हुआ.

दिवाली का ऐतिहासिक महत्व   

दिवाली का पौराणिक महत्व की तरह ऐतिहासिक महत्व भी महत्वपूर्ण है. जैन साहित्य में इसे ‘यक्षरात्र उत्सव’ के रूप में जाना जाता है. दिवाली को हर्षवर्धन के नागानंद नाटक में ‘दीपप्रतिपादुत्सव’ के रूप में जाना जाता है. विक्रमादित्य का सिंहासन पर चढ़ना और रहस्यों का फैलाव दिवाली दिवस के उल्लेखनीय घटना है. ऐतिहासिक अबुल फ़ज़ल के आइन -ए-अकबरी में दिवाली का वर्णन देखने को मिलता है. आर्य समाज के प्रवर्तक स्वामी दयानंद सरस्वती, जैनियों के स्वामी रामतीर्थ ने धर्मनिरपेक्ष जीवन के बंधन से मुक्त होने के बाद इस दिन बैकुंठधाम की यात्रा की. औरंगजेब ने सिख के छठे गुरु हरगोबिंद सिंह को आज जेल से मुक्त कराया था.

दिवाली मनाना

रोशनी का त्योहार दिवाली है. कार्तिक अमावस्या की रात रोशनी और बिजली की रोशनी में पूर्णिमा की रात में बदल जाती है. दिवाली के लिए लोगों की खुशी की कोई सीमा नहीं होती है. त्योहार के मौके पर घर, दुकान और बाजार साफ सुथरा होता है. पटाखा फोड़ना दीवाली को और अधिक आकर्षक बनाती है. दिवाली की रात लक्ष्मी-गणेश की पूजा की जाती है. विभिन्न स्थानों पर महाकाली की पूजा दिवाली की विशिष्टताओं में से एक है.

दिवाली का आंकलन

दिवाली हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है. त्योहार अतीत के गौरव की याद दिलाता है. रिश्ते को बढ़ाने में दिवाली की शानदार भूमिका होती है. वर्षा के समय पैदा होने वाले कीट दिया की रोशनी में नष्ट हो जाते हैं. दिवाली पर्यावरण को बचाने में मदद करती है.

उपसंहार

दिवाली एक आध्यात्मिक, खुशी का त्योहार है. त्योहार का उद्देश्य सिर्फ मज़े करना नहीं है; इसका असली उद्देश्य अंतरात्मा में हृदय के अज्ञान और अंधकार को दूर करना है, जैसे प्रकाश अंधकार को दूर करता है. दोस्ती, भाईचारा और एकजुटता बनाए रखने के लिए दिवाली महत्वपूर्ण है. दीवाली के उद्देश्य को समझना त्यौहार के महत्व के लिए एक वसीयतनामा है.


दिवाली पर निबंध 10 लाइन

  • दिवाली भारत का एक महत्वपूर्ण त्योहार है.
  • यह पूरे भारत और अन्य देशों में मनाया जाता है.
  • दिवाली को दीपों का त्योहार दीपावली के नाम से भी जाना जाता है.
  • यह  शरद ऋतु का अंतिम त्योहार है.
  • इस दिन हम भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं.
  • इस दिन हम अपने घरों को सजाते हैं.
  • पूरे शहर को रोशनी, मोमबत्तियों और दीयों से सजाया जाता है.
  • इस दिन हम पटाखे फूटाते हैं.
  • दिवाली भगवान राम की अयोध्या वापसी का प्रतीक है.
  • भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने दिवाली की रात रासायनिक पटाखें पर प्रतिबंध लगा दिया है.

आपके लिए:-

ये था दिवाली पर निबंध (Essay on Diwali in Hindi). उम्मीद है दिवाली के ऊपर लिखा गया ये निबंध आपको पसंद आया होगा. यदि दिवाली को लेकर आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमें बेझिझक पूछ सकते हैं. अगर आप और कोई त्यौहार के ऊपर निबंध चाहते है, तो हमे जरूर बताएं. मिलते हैं अगले लेख में. धन्यवाद. 

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