पिकनिक पर निबंध – Picnic essay in Hindi

Picnic essay in Hindi: पिकनिक का नाम सुनते ही चेहरे पर एक अलग ही खुशी आ जाती है. ज्यादातर हम परिवार के साथ या दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने जाते हैं. लेकिन जो मजा दोस्तों के साथ स्कूल पिकनिक मनाने में आता है वह मजा और कहीं नहीं मिलता. और कभी कभी स्कूल में हमें गए हुए पिकनिक के ऊपर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है. इसलिए मैं आज आपके लिए picnic essay in Hindi लेकर आया हूँ.  

पिकनिक पर निबंध – Picnic essay in Hindi

भूमिका

प्रत्येक मानव समय-समय पर मनोरंजन करना चाहता है. मनोरंजन से उसको आनंद प्राप्ति होती है. उसके लिए वह खेलों में भाग लेता है. संगीत से मनोरंजन करता है. किसी दर्शनीय स्थलों का भ्रमण करता है. एक विद्यार्थी विद्यालय में पढ़ने के साथ-साथ मनोरंजन भी चाहता है. यद्यपि विद्यालय में मनोरंजन के अन्य साधन भी विद्यमान होते हैं परन्तु किसी विशेष स्थल की यात्रा करने का आनंद ही और है. यद्यपि एक व्यक्ति अकेले या अपने परिवारजनों के साथ भी उन स्थलों की यात्रा कर सकता है परन्तु अपने सहपाठी साथियों के साथ समूह में पिकनिक मनाना बहुत महत्वपूर्ण है. इससे हमारा मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञानवर्धन भी होता है.

पिकनिक की योजना

हमारी कक्षा के छात्र कई दिनों से पिकनिक जाने के लिए हमारे अध्यापकों से बार-बार आग्रह करते थे. हमारा अध्यापक समय व मौसम को ध्यान में रखते हुए उस प्रस्ताव को टाल देते थे. अक्टूबर माह में वर्षा समाप्त हो गयी, मौसम स्वच्छ हो गया, न अधिक गर्मी और न ही अधिक ठंड थी, सामान्य मौसम था. हमारे अध्यापक महोदय ने हमारे कई दिन पूर्व के प्रस्ताव को एक दिन मंजूर कर लिया. सभी छात्र हर्ष से नाच उठे क्योंकि सभी उस अवसर की प्रतीक्षा कर रहे थे. एक निश्चित दिन पिकनिक के लिए तय किया गया. 

पिकनिक की यात्रा

पिकनिक के लिए रविवार का दिन नियत किया गया. हमारे अध्यापक ने हमें रविवार के दिन प्रातः 8 बजे विद्यालय के प्रांगण में पहुँचने का निर्देश दिया था. यात्रा पर जाने के लिए बस का प्रबंध किया गया था. हम रविवार प्रातः अपने विद्यालय के प्रांगण में एकत्रित हो गये. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सभी छात्र तैयार होकर आये थे. हमारी यात्रा विद्यालय से शुरू हो गई. सर्वप्रथम हमने एक-दो दर्शनीय स्थल देखने थे, फिर शान्तिवन में बैठकर पिकनिक मनानी थी. कार्यक्रम के अनुसार हमने पहले कुतुबमीनार देखा, फिर पुराण किला देखा. उसके बाद हम लगभग 11 बजे शान्तिवन पहुँच गये. वहां पर ही हमने पिकनिक का आनंद लेना था. 

पिकनिक के कार्यक्रम

सर्वप्रथम खाने का कार्यक्रम हुआ. सभी छात्र अपने-अपने घर से विभिन्न प्रकार के भोजन बनवाकर लाये थे. सबका खाना एक स्थान पर एकत्रित किया गया फिर उसको हमने मिलकर खाया. हंसी मजाक के साथ सभी के खाने पर कुछ न कुछ मजाक जोड़ दी जाती थी. हमारे इस मनोविनोद में हमारे अध्यापक भी शामिल थे. उसके बाद हम फिर एक गोल घेरे में बैठे गये. सबसे पहले गीतों का कार्यक्रम शुरू हुआ. प्रत्येक को गण अवश्य था. उनमें कुछ छात्रों ने अच्छे गीत सुनाए. कुछ ने मजाक के लिए एक लाइन का गीत गाकर ही समाप्त कर दिया. फिर प्रत्येक ने अपनी-अपनी ओर से चुटकुले सुनाये. यह सबसे अधिक मनोरंजक कार्यक्रम था. इसमें हम सब हँसते हँसते फुले न समा रहे थे. इसके बाद सभी छात्रों ने आप-बीती मनोरंजक घटना सुनाई. यह भी रोचक कार्यक्रम था. अंत में सभी बस द्वारा खुशी-खुशी अपने घर को लौट आये.

उपसंहार

पिकनिक में जाने से जहां हमारा पूर्ण मनोरंजन हुआ, वहीँ हमारा ज्ञान वर्धन भी हुआ. इसलिए वर्ष में एक-दो बार ऐसे कार्यक्रम करने चाहिए. मुझे पिकनिक का कार्यक्रम सबसे अच्छा लगता है. पिकनिक का आनंद की कुछ और है.

आपके लिए :-

ये था पिकनिक पर निबंध (Picnic essay in Hindi). उम्मीद है पिकनिक पर लिखा गया ये निबंध आपको पसंद आया होगा. अगर आपका पिकनिक अनुभूति इस निबंध से कुछ अलग है तो आप हमें बता सकते हैं. इस निबंध को लेकर आपके मन में कुछ सवाल या सुझाव है तो हमें बताना न भूलें.

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